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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal'उर्मिल' कवयित्री उर्मिल शर्मा द्वारा रचित कविताओं का एक संग्रह है। कवयित्री ने वर्तमान सामाजिक परिवेश पर अपने अनुभवों के आधार पर कविताओं की रचना की है, जिसमें भाषा प्रवाह के साथ-साथ सरलता भी है।उर्मिल शर्मा ने सामाजिक बुराइयों पर प्रहार करते हुए चेतना का संचार किया है। नारी के जीवन की विवशता और अस्तित्व का संघर्ष काव्य संग्रह की रचनाओं में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। कवयित्री ने शब्दों के माध्यम से नारी के अस्तित्व को स्थापित करने का अभूतपूर्व कार्य किया है। देशभक्ति, दया, प्रेम जैसे विषयों पर कवयित्री ने कई कविताएँ रची हैं जो निश्चित रूप से पढ़ने योग्य हैं।
यह काव्य संग्रह काव्य अपराजिता मंच द्वारा संकलित किया गया है। आशा नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह काव्य संग्रह आप सभी सुधि पाठकों के हृदय को स्पर्श करने में सफल होगा।
उर्मिल शर्मा
कवयित्री उर्मिल शर्मा का जन्म हरियाणा के सिरसा जनपद में दिनाँक २५ /०७/१९७६ को हुआ । कॉलेज के दिनों से ही उर्मिल ने लेखन का कार्य प्रारम्भ कर दिया था । जब भी अवसर मिलता, साहित्यिक आयोजनों में प्रतिभाग किया करती थी । शिक्षा पूर्ण होने के उपरांत उर्मिल का विवाह हो गया और गृहस्थ जीवन में प्रवेश करते ही लेखनी हाथ से छूट गई । पति श्री मुनीश वशिष्ठ ने उर्मिल की लेखन प्रतिभा को पहचाना और उनकी रचनाओं को प्रकाशित कराने में सहयोग किया । साझा काव्य संग्रह ‘पीढ़ी’ के उपरांत कवयित्री का एकल काव्य संग्रह ‘बहुएं ही क्यों जलती हैं’ प्रकाशित हुआ जिसे काफी सराहा गया । वर्तमान में कवयित्री हिन्दी और राजनीति विज्ञान की प्रवक्ता हैं और निरंतर साहित्य साधना में लीन हैं।
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