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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palतुम मेरे हो, प्रीत की भावनाओं का ऐसा संग्रह है, जिसमें कवियत्री ने प्रेम की शाश्वतता व स्थायित्त्व के आधार पर प्रिया व प्रिय को एक-दुसरे का पूरक बताया है, व समय-समय पर जीवन की तमस भरी संगीन गलियों में अपने उजास रूप में साथ होने का आभास कराता है ।
प्रिया व प्रिय के माध्यम से कवियत्री ने एक रहस्यवाद को चित्रात्मक किया है । जो कि, प्रकृति व पुरुष सा स्त्री व पुरुष के रूप में प्रेम की प्रगाढ़ता का प्रदर्शन करते हुए आत्मा व परमात्मा सा परस्पर अर्द्धांग स्वरूप बनाता है ।
रमता शर्मा
कवियत्री रमता शर्मा इनका जन्म 11 अगस्त, 1971 को कस्बा-आबूरोड़, तहसील – आबूरोड़, जिला –सिरोही राजस्थान में हुआ व उच्च शिक्षा अध्ययन के पश्चात राजकीय सेवा में कार्यरत है अध्यापिका की सेवा के साथ-साथ समाज में व्याप्त कुरीतियों, विसंगतियों के खिलाफ समाज में जागृति पैदा करने का भी काम कर रही है साहित्य के क्षेत्र में इनकी पूर्व में भी पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है ।
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