You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palजज़्बात मनुष्य की संरचना का बहुत अहम हिस्सा होते हैं। आज के इस युग में जब मशीन और कृतिम प्रज्ञता यानी “Artificial Intelligence” बहुत जोरों पर है तब जज़्बात उन कुछ दुर्लभ चीजों में से हैं जो हमें उनसे अलग करती हैं।
कोई भी समय हो जगह हो या कोई भी हालात हो हम सदैव ही जज़्बातों से लबरेज रहते हैं। जैसे:- प्रेम, क्रोध, करुणा, त्याग, प्रेरणा, मोह इत्यादि।
मनुष्य अपने इन्हीं जज्बातों को व्यक्त करने के प्रयास में रहता है। कभी-कभी यह जज्बात हमसे भी बड़े हो जाते हैं इसलिए इनका व्यक्त होना, बाहर आना जरूरी हो जाता है, और जब ये जज़्बात रचना का सुंदर रूप लेकर सामने आते है तो आनंद की स्थिति दुगनी हो जाती है।
तो ये किताब जज़्बातों का सुंदर रूपांतरण और आपके सुंदर मन से मिलन ही तो है यानी आपसे हमारा, हम सब का ज़िक्र-ए-जज़्बात है।
नवनीत
नवनीत, जो वर्तमान में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.कॉम की डिग्री हासिल कर रहे हैं, जुनून से लेखक हैं। वह एक कवि, कहानीकार, प्रेरक और सुधार के लिए एक दूरदर्शी हैं।
वह एक सामाजिक व्यक्ति है, परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक और सामाजिक मुद्दों पर एक आलोचनात्मक लेखक। आप में से कई लोग पहले से ही उनकी लेखन कला से परिचित हो सकते हैं, क्योंकि वह लंबे समय से सोशल मीडिया पर इसके साथ सक्रिय हैं। वह समाज के लिए सक्रिय रूप से काम करना और छात्रों को पढ़ाना पसंद करता है। इस यात्रा के माध्यम से, उन्होंने कई प्रतिभाशाली लेखकों को एक साथ एक मजबूत ताकत बनाने के लिए लाया है जो पाठकों के जीवन और विचार प्रक्रिया में सकारात्मक बदलाव का कारण बनता है।
वह सभी पाठकों को विभिन्न विषयों पर आधारित बुद्धिमान और सुंदर लेखन के इस संग्रह को प्रस्तुत करता है, इस उम्मीद में कि यह आपके भीतर एक शाश्वत छाप छोड़ेगा।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.