Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal
अक्षर शब्द और इनसे बने वाक्य भावनाओं को जन्म देते हैं तथा कवि के हृदय में उठती यही भावनाएं सुगंधित कविताओं का सृजन करती है जो बंधी है संयोग तथा वियोग अलंकारों में, पीड़ा के आकारो
अक्षर शब्द और इनसे बने वाक्य भावनाओं को जन्म देते हैं तथा कवि के हृदय में उठती यही भावनाएं सुगंधित कविताओं का सृजन करती है जो बंधी है संयोग तथा वियोग अलंकारों में, पीड़ा के आकारों में तथा जो घूमती हैं गांवों के गलियारों में । कहीं कोई कविता ब्रह्मांड के किसी छोर से नायिका को पुकार रही है तो कहीं कोई नायक स्वयं कविता में ढल गया है अलंकार बनकर ।
"तेरी प्रीत प्रिय", "अलंकृत कविताएँ" तथा "कविताओं की वाणी" के पश्चात काव्य संकलन की श्रृंखला में प्रस्तुत है यह "सुगंधित कविताएँ" आशा करता हूँ कि इन इत्र सी महकती पुष्प रूपी कविताओं को आपका स्नेह मिलेगा ।
मार्मिक कविता मात्र एक पुस्तक ही नहीं, अपितु मेरी भावनाओं और संदेशों का संग्रह है | इस पुस्तक के माध्यम से मैंने अपने विचारों को, समस्त लोगों के समक्ष रखने का प्रयत्न किया है | म
मार्मिक कविता मात्र एक पुस्तक ही नहीं, अपितु मेरी भावनाओं और संदेशों का संग्रह है | इस पुस्तक के माध्यम से मैंने अपने विचारों को, समस्त लोगों के समक्ष रखने का प्रयत्न किया है | मार्मिक कविताएं में भारत देश से जुड़ी राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक का वर्णन है | साथ ही भारत देश से जुड़ी महान समाज सेविका मदर टेरेसा और देश के वीरों के बारे में वर्णन है | मार्मिक कविताएं में श्री रामचंद्र जी का गुणगान मैंने अपनी कविताओं के माध्यम से किया है | साथ ही इस पुस्तक में लड़कियों पर हो रहे अत्याचार और नौजवान युवाओं की बेरोजगारी और नशे की लत का भी वर्णन किया गया है|
काव्य धारा, कविताओं का ऐसा संकलन है जिसमें भारत के भिन्न भिन्न राज्यों के रचनाकारों की स्वर्णिम रचनाएँ सम्मिलित हैं | लगभग प्रत्येक राज्य की शब्द सरिता काव्य धारा में प्रव
काव्य धारा, कविताओं का ऐसा संकलन है जिसमें भारत के भिन्न भिन्न राज्यों के रचनाकारों की स्वर्णिम रचनाएँ सम्मिलित हैं | लगभग प्रत्येक राज्य की शब्द सरिता काव्य धारा में प्रवाहित हो रही है | यदि कोई साहित्य प्यासा यत्र तत्र कविता रुपी जलमाला खोज रहा है तब वह काव्य धारा का शब्द रुपी पान कर सकता है ; निसंदेह वह किसी अमृत वाणी के पान का अनुभव करेगा |
काव्य धारा की किसी रचना में नवीन रचनाकारों की नादानियाँ, अठखेलियां झलकतीं प्रतीत होंगी तो कहीं किसी रचना में अनुभवी साहित्यकारों ने अपने जीवन के गूढ़ ज्ञान को दर्शाया है | कहीं किसी कवयित्री की वेदना, बेबसी, उदासी भरी रचना है तो कहीं किसी पृष्ठ पर कवि का मर्म, हर्ष दिखाई देता है | कोई रचना प्रेम के उल्लास मना रही है तो कोई रचना अपनी उदासी छुपाने को लाचार प्रतीत होती है
साहित्य मणि, कविताओं का ऐसा संग्रह है जिसमें भारत के भिन्न भिन्न राज्यों की कविताएँ निहित हैं | समाज की एवं घर - परिवार की छोटी - बड़ी बातों पर मौन रहने वालीं स्त्रियां अपनी वेद
साहित्य मणि, कविताओं का ऐसा संग्रह है जिसमें भारत के भिन्न भिन्न राज्यों की कविताएँ निहित हैं | समाज की एवं घर - परिवार की छोटी - बड़ी बातों पर मौन रहने वालीं स्त्रियां अपनी वेदना, अपनी व्यथा , अपनी मनोदशा किसी के समक्ष व्यक्त नहीं कर पातीं हैं तब वे कलम और कागज को ही अपनी संगिनी बना लेतीं हैं तथा अपने सुख - दुःख, अपनी पीड़ा को सुन्दर रचनाओं में पिरों लेतीं हैं |
साहित्य मणि इन्हीं स्त्रियों की सुन्दर रचनाओं का काव्य संग्रह है जिसमें भारत के अलग - अलग राज्यों की स्त्री वेदना सम्मिलित है |
कविताओं की वाणी सिर्फ एक पृष्ठों का गुच्छा नहीं है यह एक ऐसा पवित्र समागम है जिसमें साहित्य के नवीन रत्नों ने अपने शब्दों, अपनी भाषा तथा अपनी भावनाओं के माध्यम से समस्त कविताओ
कविताओं की वाणी सिर्फ एक पृष्ठों का गुच्छा नहीं है यह एक ऐसा पवित्र समागम है जिसमें साहित्य के नवीन रत्नों ने अपने शब्दों, अपनी भाषा तथा अपनी भावनाओं के माध्यम से समस्त कविताओं को सजीव कर दिया है |
मुझे बहुत हर्ष हो रहा है कि मैंने इन साहित्य रत्नों को कविताओं की वाणी रुपी पुस्तक माला में पिरो लिया है जिनके बिना यह पुस्तक कल्पना मात्र बनकर रह जाती |
Are you sure you want to close this?
You might lose all unsaved changes.
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.