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"पहले भी"
By Anshul Narain Pal in Fantasy | कुल पढ़ा गया: 2,455 | कुल पसंद किया गया: 3
क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि जो पल अभी अभी गुज़रा है,वो आपकी अवचेतना में कभी-कहीं जीया जा चुका है।कोई चेहरा,कोई जगह,कोई   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 9,2020 04:53 PM
Error 143
By Barfi in Humour & Comedy | कुल पढ़ा गया: 1,416 | कुल पसंद किया गया: 0
Error 143 "दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे" का दृश्य* राज : राज, अगर ये तुझसे प्यार करती है तो पलट के देखेगी, पलट, पलट.. सिमरन : पलट  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 9,2020 06:16 PM
समय आ गया है
By dolly in Poetry | कुल पढ़ा गया: 691 | कुल पसंद किया गया: 1
मुश्किल है रास्ते पर आज अपनी कहानी लिखने का समय आ गया है। कब से था जिस पल का इंतज़ार आज वो पल जताने का समय आ गया है। च  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 9,2020 08:13 PM
और बेटा सब ठीक है ना
By Sifarr in General Literary | कुल पढ़ा गया: 743 | कुल पसंद किया गया: 1
अक्सर ज़िंदगी के पड़ावों में आप अपने को अलग अलग किरदार निभाते हुए पाते हो । कई बार जब ज़िंदगी से बहुत उम्मीद लगाके उ  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 9,2020 09:27 PM
ख्वाबो की कश्ती पर सवार मैं !!
By Dipanshu Arora in Poetry | कुल पढ़ा गया: 622 | कुल पसंद किया गया: 0
ख्वाबो की कश्ती पर सवार मैं,लेकर चला हूँ, हौसले की ढाल औऱ हिम्मत की तलवार मैं.....!!!! तरक्की की दरिया में रहना चाहूँ मछल  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 12:32 AM
Tabah ho gaye
By Lalita Mali in Poetry | कुल पढ़ा गया: 988 | कुल पसंद किया गया: 2
Tere ishq me hum tabah ho gaye, ab Jana  tabahi kya hoti hai... Khud se hi aise rubaro ho gaye.. Ab jana kafiri kya hoti hai.. Hum tere mohabbat ki aatish me jhulas gaye parwane ke tarah...tum ussi ke jalaal me nikkhar ke zar ho gaye.. Suna tha ishq sacha vahi jisko manzil nhi milti, Tere pyar   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 08:17 AM
*मदर्स डे: मातृशक्ति का आडम्बरपूर्ण प्रदर्शन*
By in General Literary | कुल पढ़ा गया: 220 | कुल पसंद किया गया: 0
        *मदर्स डे: मातृशक्ति का आडम्बरपूर्ण प्रदर्शन* मातृशक्ति के अव्यवहारिक और आडम्बरपूर्ण आयोजन का नाम है म  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 08:22 AM
*कीचड़ मे कमल खिलते रहेंगे*
By in General Literary | कुल पढ़ा गया: 247 | कुल पसंद किया गया: 0
             *कीचड़ मे कमल खिलते रहेंगे* आपने अपने चेहरे पे जो निष्पक्षता की नकाब ओढ रखी है ना उसे पहले निकाल फ  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 08:34 AM
*महायोगी बर्फानी बाबा से एक मुलाकात*
By in Supernatural | कुल पढ़ा गया: 724 | कुल पसंद किया गया: 0
         *महायोगी बर्फानी बाबा से एक मुलाकात*  बर्फानी बाबा का उल्लेख हम पहले भी कुछ एक अवसरो पर सुन चुके थे ले  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 08:50 AM
तरु छाया
By Arun Kumar Tripathi in Poetry | कुल पढ़ा गया: 1,035 | कुल पसंद किया गया: 0
                           मेरा परिचय जग भर के दुःख को शीश धरे                               &nb  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 12:12 PM
mai ulzi se kitab hu
By kartik lakhnotra in Poetry | कुल पढ़ा गया: 281 | कुल पसंद किया गया: 0
Mai ulzi se kitab hu, Lafzo mai bemisal hu, Likhta rhu khud ke  Kahani tab mai Mai ashiq napk hu, Mahobat ka ilam nai Aur chl pda hu likhne Dil tuti kitab hu, Meri kahniyo mai be Mai srf ek gulam hu, Heer to mili lekin Woh be chali gyi, Zindagi jeene Pe majboor phr kargyi, Agr na jati chord To   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 02:27 PM
Jeet jayega Bharat
By Poonam in Poetry | कुल पढ़ा गया: 714 | कुल पसंद किया गया: 1
जीत जाएगा भारत फिर से मुस्कुराएगा। बस विश्वास तू रख इतना, यह रंग और ये नूर फिर से लौट आएगा। जय हे जय हे सब और गूंज जाए  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 02:39 PM
काल बनि कोरोना आया
By Dr Jagdish Prasad in Poetry | कुल पढ़ा गया: 1,365 | कुल पसंद किया गया: 2
काल बनि कोरोना आया , काल बनि कोरोना आया I रे बन्दे होजा तू होशियार, काल बनि कोरोना आया I फ़्रांस चीन जापान,  पायमाल हु  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 03:45 PM
Mai galat nahi
By Harshita Chauhan in Poetry | कुल पढ़ा गया: 716 | कुल पसंद किया गया: 0
Mera mazhab nahi sikhata, Kisi k sath galat karna. Mera dil nahi gawahi deta, Kisi k dil per lagne wale laafzo ko kehna. Mai shaant hu to mai galat hu, Ye samjhte hai log shayad. Mai shaant hu to mere dil per lagi hai ek baat  Shayad......              -harshi  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 04:02 PM
अब कहाँ वो मधुर_माधुर्य मिलाप, वो बारात
By ashish mahajan in General Literary | कुल पढ़ा गया: 1,160 | कुल पसंद किया गया: 0
अब कहा वो मधुर-माधुर्य मिलाप ;वो ढोल- ढपली - माॅदल ,...बैलगाॅड़ी वाली बारात-----------------------------------☆ आशीष महाजन, खरगोन-------------------------------  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Apr 10,2020 04:39 PM