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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palनारी-महिमा विश्व की उन महान नारियों की कहानी है जिन्हे अपने जीवन में घोर विपत्तियों का सामना करना पड़ा | जीवन के पथ में वो हर कदम पर संघर्ष करती रहीं |विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी उन्होंने अपना हौसला कम नहीं होने दिया | परिवार से ,समाज से उन्हे घोर उपेक्षा और प्रताड़ना सहने को मिली पर वो अपने निर्धारित लक्ष्य से विचलित नहीं हुईं| उन्हे अपने आप को साबित करने के लिए अपने प्राणों तक का उत्सर्ग भी करना पड़ा पर वे पीछे नहीं हटीं | वो अपने जुनून को पागलपन की हद तक ले गईं और अंतत: अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया | उनकी यही उद्दाम इच्छा और सतत प्रयास ने उन्हे इतनी ऊंचाई तक पहुंचाया की वो आज देश और दुनिया के इंसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई | पढिए इन महान नारियों की संघर्ष गाथा – नारी-महिमा|
राम प्रताप सिंह
राम प्रताप सिंह भारतीय सेना, मैकनाइज्ड इनफेन्ट्री रेजीमेंट व सीमा सुरक्षा बल में एक सैन्य अधिकारी थे | उन्हे सैन्य सेवा का 36 वर्षों का अनुभव है| उन्होंने अंग्रेजी साहित्य, विधि,मानव अधिकार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सायबर लॉ , लेबर लॉ में मास्टर्स डिग्री व डिप्लोमा हासिल किया है | सैन्य सेवा से मुक्त होने के बाद वो एक कंपनी में सुरक्षा एवं प्रशासनिक अधिकारी भी रहे ,उन्होंने वकालत का पेशा भी अपनाया | अब वह अपना पूरा समय पठन-पाठन व लेखन में देते हैं | नारी-महिमा उनका सोलहवां उपन्यास है | लेखक से पत्र व्यवहार का पता –Email : rps1959@gmail.com Mobile No 91-7000153809
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