साफ़ सड़क
By nddubey608 in Romance | वाचलं गेलेलं: 204,302 | लाइक: 61
मैं वागा बॉर्डर की शाम की परेड देख, निकलने के लिए अपनी टैक्सी के इंतज़ार में एक चाय की दुकान पर बैठा था। तभी मेरी नजर ए  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 7,2022 12:23 PM
कौन सही
By Meenu kaur in Women's Fiction | वाचलं गेलेलं: 57,948 | लाइक: 16
                              कौन सही मेताइन के पिता की मृत्यु हो गई थी। घर के बाहर सीढ़ियों पर ही उनके प्  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2022 05:19 PM
गुलमोहर
By Meghna Mehra in Children's Literature | वाचलं गेलेलं: 57,099 | लाइक: 4,909
              हर शाम मुझेइंतजार रहता है। वह जैसे ही इस बाग में आती है, हर कली जैसे... जैसे खुद खिल जाती है और कहती   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 10,2022 08:04 PM
मेरी चांदनी हो तुम
By Samar Fatma in Women's Fiction | वाचलं गेलेलं: 53,456 | लाइक: 5,234
अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बना हुआ था। कुछ ही देर में डॉक्टर ने बताया के लड़की ने जन्म लिया है। ख़ुशी  का माहौल   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2022 01:54 PM
कड़वी कॉफ़ी मीठी कॉफ़ी
By shilpisheen in Women's Fiction | वाचलं गेलेलं: 49,960 | लाइक: 6,310
25 सालों के लंबे अंतराल के बाद रेशम और सरु एक दूसरे के आमने-सामने थे। रेशम के बालों में सफेदी थी सरु के बाल मेहंदी से ल  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 11,2022 12:02 AM
डोम
By Lakhan Raghuvanshi in Romance | वाचलं गेलेलं: 33,437 | लाइक: 420
  डोम वो अपने बारे में हर बात इतनी सहज और सामान्‍य तरीके से बताती है कि सबकुछ असामान्‍य सा लगता है। उसकी बात सुनत  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 10,2022 06:54 PM
शहद की फ़ीकी लक़ीर (मोनोलॉग)
By Devesh Path Sariya in Mythology | वाचलं गेलेलं: 32,958 | लाइक: 729
शीर्षक: शहद की फ़ीकी लक़ीर (मोनोलॉग) तुम्हारी स्मृतियों की छूट गई लकीर से बना एक शब्दचित्र है। गद्य है। सारी उलझन इस  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 11,2022 08:17 PM
बरसात की वो अंधेरी रात ( खौफ़नाक कहानी)
By Patel Ashishkumar Shashikantbhai in Horror | वाचलं गेलेलं: 29,473 | लाइक: 7
            रात के ८ बजे थे। सुरेश ऑफिस में काम कर रहा था। बाहर तूफान के साथ भारी बारिश हो रही थी। सुरेश एक जमीन क  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 8,2022 04:19 AM
ब्रेकअप के बाद
By 1011eyusuf567 in Mystery | वाचलं गेलेलं: 27,767 | लाइक: 1,868
ना जाने क्यों मैं ऐसा हूं। हर वक्त गलत फैसले लेता हूं। आज भी मेरी ही गलती की वजह से यहां हूं। मैं चिंख्ता हूं चिल्ला  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 24,2022 04:29 PM
पवित्र रिश्ता
By Acharya Neeraj Shastri in Romance | वाचलं गेलेलं: 22,831 | लाइक: 120
पवित्र रिश्ता मेहता साहब की बड़ी बेटी है अमिता । मेहता साहब ने अमिता और नमिता को बड़े नाजों से पाला है। नमिता एक साल  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 15,2022 02:48 PM
याद रहना
By Poonam in Autobiography | वाचलं गेलेलं: 22,821 | लाइक: 212
कहानी याद रहना!  “पर डॉक्टर, मुझे तो सब याद रहता था! मुझे तो सब कंप्यूटर कहते हैं! मैं कोई डेट एक बार सुन लूँ, कभी नह  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 18,2022 05:44 PM
शाख के टूटे हुए पत्ते
By ASHISH SINGH in Autobiography | वाचलं गेलेलं: 21,624 | लाइक: 539
परिवर्तन ही संसार का नियम है ।  यह तथ्य केवल तभी शोभायमान होता है , जब इसे अपने व्यवहारिक जीवन में अपनी बुरी आदतों   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 26,2022 12:42 PM
आमदनी जीरो
By hitesilour in True Story | वाचलं गेलेलं: 20,911 | लाइक: 18
गोधुली से पूर्व ही आसमां में धूल का गुब्बार था। लेकिन सिद्धांत था कि उसका कोई अता-पता ही नहीं था। इससे ज्यादा बदनसी  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 10,2022 10:00 PM
सब ठाट पड़ा रह जाएगा , जब लाद चलेगा बंजारा
By talk2sehba in Young Adult Fiction | वाचलं गेलेलं: 20,490 | लाइक: 1,389
 नैना जब से अपनी मेडिकल की पढ़ाई अधूरी छोड़ इंडिया आई है जाने कैसी हो गई है, कभी घंटों ख़ला में निहारती रहती है, कभी नी  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 5,2022 09:55 AM
माटी की महक
By Rina Choudhary in Young Adult Fiction | वाचलं गेलेलं: 18,171 | लाइक: 74
माटी की महक चारो ओर गहमा-गहमी चल रही है। सभी अपने कामों में व्यस्त हैं, कोई दीवारों पर कलाकारी कर रहा है तो कोई फ़ानू  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 25,2022 07:14 AM