Humour

झिल्ला !
By saharaprabhatsingh in Humour | वाचलं गेलेलं: 3,217 | लाइक: 0
तुम्हारे पास कित्ते झिल्ला हैं ? चार ! दुई हमरे तीर । दुई छुटकी तीर हैं। जोड़ो जोड़ो कित्ते झिल्ला ? उंगलियों के पोरों प  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 13,2022 12:17 PM
गधे की चाकरी
By Dharmendra Mishra in Humour | वाचलं गेलेलं: 5,517 | लाइक: 4
                                                                                     आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 13,2022 05:10 PM
कल्लू बन गया कलेक्टर साहब
By Rahul Shrivastava in Humour | वाचलं गेलेलं: 3,589 | लाइक: 0
एक मास्टर जी बच्चों को पढ़ा रहे थे और बीच बीच में उन पर रौब भी जताते जाते थे , "तुम जैसे गधों को ठीक करना आता है मुझे , मेन  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 13,2022 11:37 PM
अरे! इतना सब क्यों किया??
By Payal Dhabalia in Humour | वाचलं गेलेलं: 4,602 | लाइक: 19
"अरे! बाप रे ! इतना सबकुछ क्यों बनाया ?? मैने कहा था ना,दोनो मिलकर कुछ सिंपल सा बना लेंगे। लगता है सुबह से लगी हो।" दोपहर   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 14,2022 01:55 PM
झूठ बोलोगे?
By Sarvjeet Soni in Humour | वाचलं गेलेलं: 3,480 | लाइक: 0
झूठ बोलना, जो बात जैसी है उसे वैसे ना बताकर कुछ और बताना, झूठ, हम सब इस बात से भी सहमत है कि झूठ बोलना सही नहीं है। पर को  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 18,2022 12:45 PM
सैंडिल चुभ रही थी
By Shashi Singh in Humour | वाचलं गेलेलं: 3,592 | लाइक: 3
ये उन दिनों की बात है जब कॉलेज में पढ़ा करते थे। हज़ारीबाग़ तब बिहार का ही हिस्सा था। इस शांत और खूबसूरत शहर में पढ़  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 18,2022 10:09 PM
ईमानदारी
By mayank agnihotri in Humour | वाचलं गेलेलं: 4,240 | लाइक: 1
ईमानदारी.................ईमानदार होना किसी पर उपकार या एहसान करना नही, बल्कि यह एक फ़र्ज़ है।जो कि इस नकली ज़माने में कब फर्जी बन  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 20,2022 06:47 PM
रीढ़-विहीन भारत
By Himanshu Sharma in Humour | वाचलं गेलेलं: 3,360 | लाइक: 0
मैं इक दिन रास्ते से कहीं चला जा रहा था कि देखा इक आदमी पड़ा हुआ है वहाँ जो किसी वाहन से टकरा गया था! इक सभ्य नागरिक होन  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 21,2022 07:55 PM
ट्रेन टू बचपन
By deeptimittal403 in Humour | वाचलं गेलेलं: 4,997 | लाइक: 6
पंकज मिश्रा ने सुबह-सुबह सहारनपुर से दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ी और विंडो सीट पकड़कर इत्मिनान से बैठ गया। सामने की ब  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 25,2022 05:07 PM
वेइंग मशीन की कारामात
By kumaripragati1988 in Humour | वाचलं गेलेलं: 5,097 | लाइक: 17
घर का काम होते ही महिमा सोफे पर बैठकर सुस्ताने लगी तभी अंकिता उसके पास आकर कहने लगी मम्मी मेरे साथ खेलों ना!  दो दि  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jun 26,2022 08:56 PM
बांकेलाल
By Alok Singh in Humour | वाचलं गेलेलं: 4,393 | लाइक: 1
बांकेलाल आपने पचास साठ के दशक की फिल्में तो देखी हीं होंगी, इन फिल्मो की पृष्ठभूमि अक्सर एक निम्न मध्यम वर्गीय परि  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 8,2022 11:27 AM
आशिक़ी का भूत
By kushwaharavi389 in Humour | वाचलं गेलेलं: 5,217 | लाइक: 10
अब समाज में न कोई जमींदार रह गया है और न ही कोई किसान महतो जिसके बैल, खेत-खलिहान व घर-द्वार गिरवी पड़े हो किसी दुष्ट ज  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 8,2022 09:29 PM
#Hashtag
By haseeb.khan4 in Humour | वाचलं गेलेलं: 4,177 | लाइक: 0
#instagram #reelsinstagram #trending #viral #love #explore #instagood #explorepage #tiktok #reelitfeelit #sexy #hot  कहानियाँ हर जगह छुपी होतीं हैं। मिस्टर शर्मा के जेब में जो wallet रहता ह  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Jul 10,2022 09:15 PM