Hindi

Duhita
By toolika mishra in Poetry | वाचलं गेलेलं: 533 | लाइक: 0
Kashish h uski aankhon mein Ummed h uske zehen m Masoomiyat h uski baaton  mein Urja h uske palon m, .....kyunki ..... Duhita h vo….  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 01:30 PM
कमबख़्त झुमका
By Nilesh Sankrityayan in Poetry | वाचलं गेलेलं: 445 | लाइक: 0
मन है बेचैन इस भीड़ में हमने खुद को तन्हा पाया है रुठ गई हो किस्मत जैसे, काले शैतान समान अंधेरा छाया है एक पल को सुनाई  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 03:52 PM
दुष्ट vs हीरोंs
By Kritika in Poetry | वाचलं गेलेलं: 350 | लाइक: 0
पीड़ित लोगों के जिस्म पर ही नहीं  पर पूरी दुनिया की रूह पर इस दुष्ट वायरस का पहरा है । बारूद , गोली के घाव नहीं है तो   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 04:49 PM
प्रेयसी
By Nilesh Sankrityayan in Poetry | वाचलं गेलेलं: 322 | लाइक: 0
प्रेयसी की आंखों में काजल देख मैं भरमाया सब्र का बांध तोड़ मैं उतर गया, आंखों ही आंखों में, देख यह ललित दृश्य दूर बैठ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 05:57 PM
फिर हम अपने अपने रास्ते चल दिए।
By akansha rastogi in Mystery | वाचलं गेलेलं: 265 | लाइक: 1
मैं यहाँ पहले कभी नहीं आया।  वाक़ई?  हाँ! सच मुच। काफ़ी सुना था इस जगह के बारे में, अब&nb  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 07:25 PM
कलयुगी रावण
By SUKHWANT KUMAR in Poetry | वाचलं गेलेलं: 459 | लाइक: 1
पूजनीय नही मैं ,ना अति पावन हूँ, कलयुग की इस रामायण का  मर्यादा पुरषोत्तम राम नहीं मैं लंकापति अभिमानी रावण हूँ। क  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 07:58 PM
कैसे कह दिया तुमने वो प्यार नहीं था
By Anjali Jha in Poetry | वाचलं गेलेलं: 377 | लाइक: 0
कैसे कह दिया तुमने वो प्यार नहीं था कैसे कह दिया तुमने वो प्यार नहीं था मुझे तो अब भी वो सारी बातें याद है वो तेरा मु  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 08:06 PM
उसे डर इस बात का था
By Shubham Chandrakant Shinde in Poetry | वाचलं गेलेलं: 399 | लाइक: 0
उसने कभी मुह उठाके बात नही की , वो शायद कहना चाहती थी कुछ पर शायद उसकी आवाज दबा दी गईं । उसकी ख्वाहिश शायद अधूरी रही ह  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 08:58 PM
Woh mila ek din.
By priyangni in True Story | वाचलं गेलेलं: 265 | लाइक: 1
namaskar,  Main ek dari sehmi si khwaiesh hun. Jo, bus zindagi ke  khulepan mein khulna chahti hain. Haan janti hun.., yeh padhte waqt apko thoda ajeeb lg ra hoga , pr gabaraiye mt, aage kahani bahut khubsurat hai,  Woh kehte hain na unexpected things comes with a surprise , bas kuch   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 13,2020 08:59 PM
ख़ामोशी अच्छी लगती हैं
By dolly in Poetry | वाचलं गेलेलं: 216 | लाइक: 0
दिल भर आता है जब किसी की याद में तो खामोशी अच्छी लगती है। टूट जाते है पुराने रिश्ते किसी नई आड में तो खामोशी अच्छी लग  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 14,2020 12:41 AM
ज़रूरी है!
By Gaurav Khandelwal in Poetry | वाचलं गेलेलं: 384 | लाइक: 0
कर्कश शोर से भरी इस दुनिया में, एक सुकून की आवाज़ ज़रूरी है। मन लगाने भर के लिए आने वाले लोगों में, जो मन में लग जाए, व  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 14,2020 07:00 AM
क्योंकि ये Lockdown है
By Krishna Nandan in Humour & Comedy | वाचलं गेलेलं: 576 | लाइक: 0
करवटें यूँ ही बदलते सुबह, दोपहर, शाम ढलते पान सिगरेट की अब मचे तलब तबीयत भी हुई डाउन है क्योंकि ये Lockdown है ।न मॉ  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 14,2020 08:40 AM
वो दिन नहीं रहे अब
By Pooja Barnwal in Poetry | वाचलं गेलेलं: 787 | लाइक: 0
वो बचपन के दिन भी कितने खुबसूरत थे, चंद लम्हों में हम अपनी खुशियाँ ढुंढ लिया करते थे, कोई रूठ जाए तो पल में हंसकर मना   आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 14,2020 11:24 AM
अच्छा लगता है।
By Pooja Barnwal in Romance | वाचलं गेलेलं: 1,076 | लाइक: 0
मैं अक्सर नजरें फेर लेती हूँ तेरे साथ होने पे, तेरा चोरी~चुपके से मुझे निहारना, दिल को बेहद अच्छा जो लगता है। सीधे रा  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 14,2020 11:32 AM
करुंगा मेहनत और खुद को बदलता चला जाऊंगा।
By Puran Rajput in Poetry | वाचलं गेलेलं: 256 | लाइक: 0
#करुंगा मेहनत और खुद को बदलता चला जाऊंगा। आसमां को छुने कि चाहत लेकर वक्त के साथ निखरता चला जाऊंगा। करुंगा मेहनत और  आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख Apr 14,2020 11:57 AM