“अनोखा पत्र ” पुस्तक जोश में आकर लिखा गया पत्र नहीं है। भारत के संसाधन तथा पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए लिखा गया एक याचना पत्र है । आशा है कि यह पत्र पर्यावरण के संबंध में जागरूकता लाने के साथ-साथ सरकार द्वारा नीतिगत फैसले लेते समय भी मददगार सिद्ध होगा........ । इस पत्र में एक साधारण नागरिक प्रधानमंत्री से शिष्टाचार तरीके से कुछ याचनाएं कर रहा है।