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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palनारी मन की सोच, उसका अंतर्द्वंद, घर, परिवार और समाज में उसकी स्थिति, उसकी परबसता, उसके विभिन्न चरित्र, उसकी रचनात्मक शक्ति और उसका विध्वंशक रूप और अगर सही समय पर सही मार्गदर्शन मिल जाय तो उसके रचनात्मक रूप की पराकाष्ठा। इन्हीं बिंदुओं को केंद्र में रख कर उन्हें रोचकता का पुट देते हुए कहानी विधा में प्रस्तुत किया गया है।
अंजू पारीक
१५ जनवरी १९५८ को कानपुर में जन्म के बाद, वनस्थली विद्यापीठ एवं राजस्थान विश्वविद्यालय से एम् ए, एम् एड, एल एल बी, की शिक्षा के दौरान हिंदीअंग्रेजी शॉर्टहैंड, घुड़सवारी,तैराकी का समुचित प्रशिक्षण व्अनुभव लिया और पायलट लाइसेंस प्राप्त किया। जयपुर में सर्वश्रेष्ठ क्रेच स्थापित कर सफलतापूर्वक संचालन किया। राष्ट्रीय विद्यापीठ (माध्यमिक विद्यालय ) की प्राचार्य रहीं,तत्पश्चात अंतर-आवाज़ साप्ताहिक समाचार पत्र की मुद्रक-प्रकाशक सम्पादक रही।बैंक कर्मचारी के रूप में सेवाएं देने के बाद आवासीय विद्यालय में वरिष्ठ शिक्षिका रहीं और सयुंक्त परिवार की सदस्या के रूप में साधारण गृहिणी की भूमिका का सफलतापूर्वक निर्वहन भी किया।
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