You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palदेवी की वैवाहिक जिंदगी के 35 साल यातनाओं से भरी लंबी दास्तान है | बड़ी बेटी ने शादी से इनकार कर दिया , छोटी बेटी की शादी एक साल बाद ही टूट गई और वह घर आकर बैठ गई , वहीं बेटा ड्रग्स का आदी हो गया | इन सब का जिम्मेदार उसका पति दुर्जन था | देवी को लगता था इस बर्बादी की जिम्मेदार वह भी है | यदि वो इस गंवार इंसान से शादी करने की जल्दी न करती तो शायद ये दिन देखने न पड़ते | पर वो करती भी क्या ?उसके सामने कोई विकल्प भी नहीं था | पिता के पास दहेज देने की हैसियत नहीं थी तो अच्छा जीवन साथी कहाँ से मिलता ? खुद के पास इतनी पारखी नजर नहीं थी कि वह देखते ही दुर्जन को परख लेती | उसे क्या पता कि उसका होने वाला पति ऊपर से तो शरीफ़ पर अंदर से खतरनाक भेड़िया था , हमेशा उसके रक्त का प्यासा और उसे नोचने को तैयार | शराब पीने के बाद तो वह सचमुच एक राक्षस बन जाता था | उसके मानस पटल पर कितना जहर भरा था, कितनी कुंठा थी यह देवी कैसे जानती ? देवी का सबसे बड़ा दोष यही था कि वो दुर्जन के अत्याचार को सहन करती रही, उसे माफ करती रही और बली चढ़ा दिया उसने अपनी खुशियों का ........
राम प्रताप सिंह
राम प्रताप सिंह भारतीय सेना, मैकनाइज्ड इनफेन्ट्री रेजीमेंट व सीमा सुरक्षा बल में एक सैन्य अधिकारी थे | उन्हे सैन्य सेवा का 36 वर्षों का अनुभव है| उन्होंने अंग्रेजी साहित्य, विधि,मानव अधिकार, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सायबर लॉ , लेबर लॉ में मास्टर्स डिग्री व डिप्लोमा हासिल किया है | सैन्य सेवा से मुक्त होने के बाद उन्होंने वकालत का पेशा भी अपनाया | अब वह अपना पूरा समय पठन-पाठन व लेखन में देते हैं | चरित्रहीन उनका नौवां उपन्यास है | लेखक से पत्र व्यवहार का पता –Email : rps1959@gmail.com Mobile No 91-7000153809.
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.