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Huzur, Bhavnayen Aahat Hon ! / हुज़ूर, भावनाएं आहत हों !

Author Name: Anil Pateriya | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह अनिल पटेरिया का दूसरा कविता संग्रह है। इसमें स्कूल के बाद के दौर से लेकर वर्तमान के सामाजिक पहलुओं के विभिन्न चेहरों को छूती कविताओं को एक आवाज़ की तरह कला की दृष्टि से पिरोकर तैयार किया गया है।

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अनिल पटेरिया

अनिल पटेरिया, बुंदेलखंड के छतरपुर जिले के एक छोटे से गाँव से आते हैं। बचपन से ही गाँव और देशीपन से लगाव रहा। किशोरावस्था मे शुरू हुआ साहित्य अध्ययन और कविताएं लिखने का शौक अब जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है ।

नवोदय विद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक तथा टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान से परास्नातक की शिक्षा पूर्ण करके, वर्तमान में एक सामाजिक संस्था से जुड़कर लोगों से सीखने और मिलकर काम करने के सिलसिले चल रहें है ।

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