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IPSITA / इप्सिता

Author Name: Ritu Pallavi | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

'इप्सिता' एक कवि-हृदय की डायरी है, एक ऐसा कवि-हृदय जो जीवन को समांतर दो  स्तरों पर जीता है ; एक है उसका प्रत्यक्ष जीवन और दूसरा है किताबों एवं ख़्वाबों की खूबसूरत  दुनिया -भव्यता में अद्भुत- रंगीली
सरलता में सफ़ेद-सपनीली
पहाड़ों में उड़ने वाली
समंदर में गहरे उतरने वाली
मन में उन्मुक्त उमंग की
संवेदना में मृदु स्पंदन की
एक शिशु सी निश्छल-चाह है
उसी चाह की कविता,
तृष्णा की निवेदिता
यही है इप्सिता !

इस कविता-संग्रह में सुंदर,कोमल, मर्मस्पर्शी,निजी एवं प्रासंगिक, सभी विषयों का चित्रण रंगों और छंदों की विविध शैली में मिलता है। 

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ऋतु पल्लवी

डॉ. ऋतु पल्लवी निरंतर पठन-पाठन और लेखन से जुड़ी रही हैं। ’कादम्बिनी’ में कविता , ‘पूर्वग्रह’ में लेख, गांधी और उनकी जीवन यात्रा ( ऑथर्ज़ प्रेस प.) में लेख, के.वि.सं. की पत्रिकाओं में लेख, एन॰सी॰ई॰आर॰टी॰भोपाल पत्रिका में शोध-पत्र, kavitakosh.org और sahityakunj.net पर इनकी कविताएँ देखी जा सकती हैं। इनका मानना है कि यूँ तो सारी ज़िंदगी कविता-कहानी सी जी है इन्होंने; पर उन अनुभूतियों का संग्रह पहली बार इस पुस्तक में हुआ और बन गयी ‘ इप्सिता ‘- मैं , तुम और बाक़ी सब।
ऋतु जी का गृह नगर ‘आगरा’ है जिसके बारे में ये लिखती हैं-
ताज का इश्क़ घोलता है,
ग़ालिब की ज़बान बोलता है,
ये शहर, हर आने वाले के लिए
अपना दिल खोलता है ।
लिखना-पढ़ना और घूमना जैसे सबसे सामान्य और सबसे रूहानी शौक़ हैं इनके।
वर्तमान में केंद्रीय विद्यालय क्रमांक ३, भोपाल में प्राचार्य पद पर कार्यरत हैं।

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