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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहिंदी को शुद्ध बोलने और लिखने के लिए व्याकरण की सर्वथा अनिवार्यता होती है। किसी भी शुद्ध भाषा के अभ्यास में व्याकरण का विशेष स्थान होता है। 'माँ सरस्वती सुबोध हिंदी व्याकरण' की पुस्तक छात्रों के हिंदी व्याकरण कौशल को मजबूत करने के लिए लिखी गई है।
लेखक ने अपने पाठकों की ज्ञान वृद्धि के लिए व्याकरण के लगभग सभी महत्त्वपूर्ण विषयों को संकलित किया है। अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों की जरूरतों का पर्याप्त ध्यान रखते हुए यह पुस्तक संक्षिप्त एवं सुगम ढंग से रची हुई है। जहाँ हो सके वहाँ विषयों के नामों का अंग्रेजी अनुवाद किया है तथा भाषा को प्रवाहपूर्ण व बोधगम्य रखा है। विद्यार्थियों को कोई कठिनाई न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया है एवं अध्यापकों की सुविधा की विचारधारा से यह पुस्तक लिखी गई है।
लेखक ने इस पुस्तक को आदर्श रूप में तैयार करने का भरसक प्रयत्न किया है। छात्रों के अध्ययन को सरल बनाने के लिए प्रत्येक पाठ के अंत में प्रश्नों का निर्माण पाठ्य पुस्तकों के आधार पर ही किया है।
फिरोज़ मीनू टाटा
फिरोज़ टाटा मुंबई, भारत के एक पारसी पुजारी, रचनात्मक लेखक एवं कवि, धारणा रचयिता तथा राष्ट्रीय स्तर के साइकिल चालक हैं। उनके पास इतिहास में मास्टर्स डिग्री है और उन्हें हिंदी भाषा से गहरा लगाव है। स्कूल में अपने शुरुआती दिनों से ही उनमें लिखने के प्रति प्रेम था।
अब तक वे ५५ से अधिक स्कूल, कालेज और रचनाशील पुस्तकें लिख चुके हैं। उन्होंने अपनी कुल ७ निबंध तथा ३ उद्धरण पुस्तकों में १००० से भी अधिक निबंध और उद्धरण लिखे हैं। यह हिंदी में उनकी पहली प्रकाशित पुस्तक है जो उन्होंने लगभग नौ वर्ष पूर्व लिखी थी।
लेखन में उनकी गंभीर रुचि होने के कारण, वे अपनी रूह को शांत करने के लिए अपने हृदय और दिमाग को कागज पर लिखना पसंद करते हैं। उनके लेखन को कई शिक्षाशास्त्रियों, पाठकों तथा प्रकाशकों ने सराहा हैं।
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