Share this book with your friends

Primitive human / आदिमानव, उद्भव और विस्तार Emergence and expansion

Author Name: Devendra Kumar Prabhakar | Format: Paperback | Genre : Educational & Professional | Other Details

आदिमानव का उद्भव तथा उसका विस्तार पोराणिक काल से ही रहस्य का विषय रहा है। इस विषय में कोई भी धर्म इस पर एकमत नहीं है कि आदिमानव का जन्म तथा उसका विस्तार किस प्रकार हुआ।
पाश्चात्य मान्यता के अनुसार जलीय जीव के रूप में जन्मे जीव का विस्तार होते होते वह जलचर से थलचर जीव के रूप में विकसित हुआ। तत्पश्चात चार पाये से दो पाया फिर बानर रूप में यह जीव बिकसित हुआ। फिर आगे चलकर यह दो पाया जीव सीधा खड़ा होने लगा। तब फिर यह मानव के रूप में विकसित हो गया।
किन्तु हिन्दू धर्म शास्त्र इसको मान्यता नहीं देते हैं, उनके अनुसार प्रत्येक कालचक्र के उपरांत प्रलय का आगमन होता है तथा प्रलय के फलस्वरूप पूरी जीवन चक्र नष्ट हो जाता  है और पूरी सृष्टि परम पिता भगवान नारायण में विलीन हो जाती है।
इसी प्रकार इस्लाम, ईसाई तथा विश्व के अन्य सभी धर्मों की अलग अलग अपनी अपनी मान्यताएँ हैं। इसलिए इस विषय पर शोध करके पुस्तक रूप में सबके समक्ष सत्य को लाने के विचार स्वरूप मैंने यह विषय चुना है।
वैज्ञानिक अब तक यही कहते रहे हैं कि प्राचीन वानरों के बीच से अलग हो कर दो पैरों पर चलने वाले सबसे आदि मनुष्य का विकास क्रम कोई 70 लाख वर्ष पूर्व अफ्रीका में शुरू हुआ था।
मनुष्यों की अन्य आदिकालीन प्रजातियों का, जैसे कि यूरोपवासी ने आन्डरथाल मनुष्य, साइबेरिया के देनिसोवा मनुष्य या इंडोनेशिया के बौने कद वाले फ्लोरेसियेन्सिस मनुष्य का समय के साथ हजारों साल पहले ही विलोप हो गया।
अंत में कोई निष्कर्ष निकालने के पूर्व वर्तमान काल में मानव संस्कृति के लिहाज से  किस ओर जा रहा है और इसके क्या क्या परिणाम हो सकते हैं, इस पर भी चर्चा करेंगे।

Read More...
Paperback
Paperback 285

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

देवेन्द्र कुमार प्रभाकर

नाम: देवेन्द्र कुमार प्रभाकर
पिता का नाम: स्व॰ बसुदेव सिंह
जन्म तिथि : 7 नवम्बर 1955
जन्म स्थान : जमालपुर माफी, अलीगढ़
शैक्षिक योगिता: डिप्लोमा इन सिविल इंजीनीयरिंग
 बैचलर आफ सिविल इंजीनीयरिंग
उच्च शिक्षा संस्थान:अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवेर्सिटी
पत्नी का नाम: श्रीमती पूनम प्रभाकर

प्रोफेशनल कार्य बिवरण:
एक गरीब मजदूर ( राजगीर) परिवार में जन्म के बाद उच्च शिक्षा लेकर निम्न महत्वपूर्ण कार्य, समाज सेवा व सहित्य सृजन किए
भारत सरकार के कलकत्ता स्थित प्रथम भूमोगत मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के मैदान स्टेशन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका तत्पश्चात दुर्गापुर (प॰ब॰) थर्मल पावर स्टेशन व ललितुर (उ॰प्र॰) बांध परियोजना का निर्माण
1984 से भारतीय अंतरिक्ष विभाग के PSLV प्रोजेक्ट त्रिवेनद्रुम व लखनऊ (उ॰प्र॰) के ईटीवी स्टुडेओ, इस्ट्रेक ग्राउंड स्टेशन तथा रेमोट सेन्सिंग एप्लिकेशन सेंटर का निर्माण
कटक (उढ़ीसा) स्थित नेताजी सुभास चंद बॉस जन्म स्थान का पुनुरुद्धन व म्यूजियम बनाने का सम्पूर्ण कार्या।
प्रभाकर उद्योग प्रा॰ लिमि॰के चेयरमेन व प्रबंध निदेशक रहते अनेक निर्माण

सामाजिक कार्य:- 
डा॰ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता परिषद में प्रदेश अध्यक्ष का कार्य
सर्व समाज हितकारी महासभा में सभापति का दायित्व
अंबेडकर एकेडमी में सभापति का दायित्व
सिद्धार्थ सहकारी श्रम संविदा समिति अलीगढ़ में सभापति का दायित्व
सिद्धार्थ सहकारी आवास समिति लखनऊ में सचिव का दायित्व
उ॰प्र॰ श्रम एवं निर्माण सकरी संघ लखनऊ में निदेशक का दायित्व

साहित्य सृजन:
"भीम वेदना" हिन्दी साप्ताहिक लखनऊ के प्रधान संपादक १९९५ से २००५ तक
"सामाजिक न्याय का प्रथम सोपान "आरक्षण" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781649512796)
"शोषित के भगवान डा॰ बी॰ आर॰ अंबेडकर" का गद्य/ पद्य पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781649513199)
"कृष्णअनुषंधान अथवा भगवान से साक्षात्कार" का गद्य/ पद्य पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781649519060)
"प्रभा प्रभाकर तरुणाई" कविता रूप पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781649832993)
"बुद्ध शरण की राह में" का गद्य/ पद्य पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781649834188)
"डा॰ बी॰ आर॰ अंबेडकर और भारत का संविधान" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781636061610)
"भारतीय समाज और जातिवाद" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781636065595)
"कोरोना वाइरस और भारतीय समाज" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781636334325)
"भय, भूख और भृष्टाचार" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 9781637450130)
"हिन्दू कोड बिल" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 978-1637450017)
"जातवाद पर करें प्रहार, शिक्षा, स्वस्थ्य और संस्कार" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 978-1637149607)
"शूद्रों का राष्ट्र निर्माण में योगदान" पुस्तक के रचनाकार (ISBN 978-1637813492)
"शिक्षा संघ संघर्ष

Read More...

Achievements

+6 more
View All