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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palइस पुस्तक में कवि रणजीत की वे कविताएँ शामिल की गई हैं, जिनमें मानववादी विचारधारा स्पष्ट रूप से झलकती है। इस काव्य-सग्रह में संपादक ने उनके कविता-समग्र से श्रम-साध्य निष्ठा से इन कविताओं को छाँट कर प्रस्तुत किया है। आशा है पाठक इन कविताओं को पढ़कर मानववाद के विचार ग्रहण करेंगे और यह संदेश दूर-दूर तक पहुँचाएँगे।
मनोज मलिक
इस पुस्तक के लेखक श्री मनोज मलिक चंडीगढ़ शहर में एक सरकारी अध्यापक (M.A.,B.Ed.) हैं। आपका बचपन पानीपत शहर में बीता। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से बी. एड. और इतिहास विषय में एम. ए. की। आप लगभग 30 वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक के साथ जुड़े रहे। जिला स्तर के विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया। अपने अध्ययन के फलस्वरूप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से मोहभंग हुआ और अंततः एक सेकुलर मानववादी (Humanist) बन गए। आजकल आप "चंडीगढ़ हयूमनिस्ट एंड फ्री थिंकर्स" के सचिव के नाते काम रहे हैं और उत्तर भारत के क्षेत्र में मानववाद के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं।
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