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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palरुनझुन ( काव्य संग्रह) एक काव्य संग्रह है। इसमें विभिन्न भाव और अनुभव को लिखा गया है। कई बार हम अपने भाव और विचार को सही ढंग से रूपांतरित नही कर पाते । पर कविता एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने हर भाव दुःख, सुख, हर्ष और उल्लास , करुणा आदि सब को अभिव्यक्त कर सकते है । रुनझुन ( काव्य संग्रह) के अंदर हर रस को लिखा गया है। प्रेम,विरह सब को अभिव्यक्त किया गया है। I इसमें अंग्रेज़ी और हिंदी दोनो भाषाओं में कविताएं है। कई स्थानों पर आपको कुछ उर्दू शब्दों का प्रयोग देखने को मिलेगा। यह काव्य संग्रह मेरी शुरुआती कविताओं का संग्रह है। इसमें तीज त्यौहार से जुड़ी भी कविताएं आपकों देखने को मिलेंगी।
गोल्डी मिश्रा
मेरा नाम गोल्डी मिश्रा है। मैने रुनझुन ( काव्य संग्रह) में अपनी मुख्य और खास कविताओं को स्थान दिया है । मैं दिल्ली की रहने वाली हूं। जब मैं सोलह साल की थी तब मैंने अपने विद्यालय सर्वोदय कन्या विद्यालय न o. १ गांधी नगर दिल्ली –३१ में हिंदी साहित्य सभा मंच को चुना। मैं इसका हिस्सा २ साल तक रही। यहीं मैने हिंदी साहित्य को करीब से जाना। विभिन्न लेखकों को पढ़ा। उनकी रचनाओं से प्रेरणा ली। मैं एक प्रवाह में रहना पसंद करती हूं। मैने खुदको एक जगह रोक कर नही रखा मैने अपनी लेखन के प्रति बढ़ती रुचि को हमेशा एक राह दिखाई। कविताएं रची, कहानियां रची। मुझे खुशी भी हुई की मेरी रचनाओं को प्रेम भी मिला। नारी सम्मान पत्र २०२२ की मैं विजयता बनी। राज्य और राष्ट्रीय स्तर की काव्य प्रतियोगिताओं को मैने जीता। अपने जीवन में मैने अपनी हर सफलता को अपनी प्रेरणा बनाया है। मैं कई पुस्तको की सह– लेखिका भी रही। मुझे हमेशा ऐसा लगा की मेरी आवाज मेरे भाव सब तक पहुंचे। मैं अभी लेडी इरविन कॉलेज में अपनी आगे की पढ़ाई कर रही हूं । मैं साथ साथ अपनी लेखन की रुचि को भी लेकर चल रहीं हूं। मैने रुनझुन ( काव्य संग्रह) में वही लिखा जो आप मैं हम सब कही ना कही सोचते है पर सही शब्द माला में उसको पिरो नही पाते।
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