Share this book with your friends

samaajavaad - brahmaandeey vikaas ka avataaree maarg / समाजवाद - ब्रह्माण्डीय विकास का अवतारी मार्ग

Author Name: Lava Kush Singh "vishwmanav" | Format: Paperback | Genre : Educational & Professional | Other Details

विषय- सूची

भाग-1 : मानव सभ्यता का विकास और जाति की उत्पत्ति
भाग-2 : स्वतंत्रता, राष्ट्र, और राष्ट्रवाद
भारतीय राष्ट्रवाद की प्राचीनता
महर्षि अरविन्द (15 अगस्त, 1872 ई० - 5 दिसम्बर 1950 ई०)
वैश्विक राष्ट्रवाद

भाग-3 : नीति, क्रान्ति और सम्पूर्ण क्रान्ति
शहीद भगत सिंह (19 अक्टूबर, 1907 ई० - 23 मार्च 1931 ई०)
लोकनायक जय प्रकाश नारायण (11 अक्टुबर, 1902 ई० - 8 अक्टुबर, 1979 ई०)
पं0 श्रीराम शर्मा आचार्य (2 सितम्बर, 1911  - 2 जून, 1990) 
यदुनाथ सिंह (6 जुलाई, 1945 ई० – 30 मई, 2020 ई०) 

भाग-4 : समाजवाद
स्वामी विवेकानन्द (12 जनवरी, 1863 ई० -4 जुलाई, 1902 ई०)
जाति, संस्कृति और समाजवाद
समाज नीति
भारत का ऐतिहासिक क्रम विकास और अन्य प्रबन्ध
मेरी समर नीति
डा0 राम मनोहर लोहिया (23 मार्च, 1910 ई० - 12 अक्टुबर, 1967 ई०) 
दीनदयाल उपाध्याय (25 सितम्बर, 1916 ई० - 11 फरवरी, 1968 ई०)

भाग-5 : ब्रह्माण्डीय विकास का अवतारी मार्ग
सार्वभौम सत्य-सिद्धान्त के अनुसार काल, युग बोध एवं अवतार
“सम्पूर्ण मानक” का विकास भारतीय आध्यात्म-दर्शन का मूल और अन्तिम लक्ष्य

भाग-6 : समाजवाद की स्थापना
श्रेष्ठ एक विश्व - एक भारत -एक नागरिक   के निर्माण के लिए आवश्यक कार्य
राष्ट्रीय सहजीवन आन्दोलन
स्वराज-सुराज आन्दोलन

Read More...
Paperback
Paperback 400

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

लव कुश सिंह "विश्वमानव"

कल्कि महावतार के रूप में स्वयं को प्रकट करते हुए श्री लव कुश सिंह "विश्वमानव" द्वारा ज्ञान-कर्मज्ञान और न तो किसी के मार्गदर्शन से हैं और एक ही शैक्षणिक विषय के रूप में उनका विषय रखा जा रहा है। न तो वे किसी पद पर कभी सेवारत रहे, न  ही किसी राजनीतिक-धार्मिक संस्था के सदस्य रहे हैं। एक नागरिक का अपने विश्व-राष्ट्र के प्रति कर्तव्य के वे सर्वोच्च उदाहरण हैं। साथ ही राष्ट्रीय बौद्धिक क्षमता के प्रतीक हैं।

Read More...

Achievements

+5 more
View All