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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“सीमा प्रहरी” एक सैनिक की प्रेम कथा है- उसके इरादे की, हौसले की, संघर्ष की और सफलता की। कहानी का नायक विजय अपने पिता की इच्छा के विरुद्ध सीमा सुरक्षा बल मे एक आम सैनिक की तरह भर्ती हो जाता है जबकि उसके पिता उसे भारतीय सेना मे एक अधिकारी के रूप मे देखना चाहते हैं। उसके विद्रोह का कारण है- पिता का सख्त अनुशासन और माँ का अति दुलार।भारत-बंग्लादेश सीमा पर वह एक लड़की रूना की इज्जत लुटने से बचाता है और उससे ही उसे प्यार हो जाता है। उसे बंग्लादेश सीमा पार करने का दोषी पाया जाता है जबकि यह अपराध उसने किया ही नही । वह रूना से शादी करना चाहता है पर एक आम सैनिक होने की वजह से उसे कई वर्षों तक संघर्ष करना पड़ता है। रूना से उसकी शादी मृग-मरीचिका बन जाती है। वह अपने लक्ष्य पर सफल होता है या नही- यह कहानी पढ़कर पाठक स्वयं जान जाएंगे
राम प्रताप सिंह
रामप्रताप सिंह भारतीय सेना, मैकनाइज्ड इनफेंट्री रेजिमेंट व सीमा सुरक्षा बल मे एक सैनिक थे। सैन्य सेवा का उन्हे 36 वर्षों का अनुभव है। इसके अलावा उन्होने अंग्रेजी साहित्य, विधि व मानव अधिकार मे मास्टर्स डिग्री हासिल की है। सीमा प्रहरी एक सैनिक के जीवन पर आधारित हिंदी भाषा मे लिखा गया उनका दूसरा उपन्यास है। इस उपन्यास मे एक सैनिक जीवन मे आने वाली चुनौतियों, सैनिक के साहस, उसकी लक्ष्य हासिल करने की जिद, संवेदनाओं, जीवन के उतार-चढ़ाव, व प्रेम और रोमांच का सजीव चित्रण है जिसे लेखक ने एक आम सैनिक की जिंदगी मे बहुत करीब से देखा और स्वयं जिया है। यह उपन्यास सैनिको के लिये प्रेरणास्रोत है ।लेखक से पत्र व्यवहार का पता- Email: rps1959@gmail.com, Mobile No 91-7000153809
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