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Udhaar / उधार

Author Name: Man Singh Negi | Format: Paperback | Genre : Self-Help | Other Details

हम आपको यह बता दे उधार उपन्यास पूर्ण रूप से कल्पना पर आधारित है।

इस उपन्यास में सारे पात्र काल्पनिक है।

इनका जीवित या मृत व्यक्ति से किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नहीं है

जैसा कि सब जानते है। जीवन के दो पहलू है, नकद और उधार। 

कहा तो यह भी जाता है। नकद वाले डिस्को, उधार वाले खिसको।

आजकल किसी को उधार देना एक गुनाह साबित हो रहा।

उधार मांगते समय उधार लेने वाला रोता है। 

लेकिन उधारी का अपना पैसा मांगते हुए, उधार देने वाला रोता है।

क्या यह बाते जीवन में सटीक बैठती है?

क्या आप भी कभी जीवन में पैसा उधार लेने या देने की स्थिति में आए हैं?

यदि हां, यदि ना, तो जानने के लिए पढ़िए उधार उपन्यास।

जो सिर्फ और सिर्फ उधार मांगने और लेने वालो के हालत, परिस्थितियो और चरित्र को उजागर करता है।

लेखक मान सिंह नेगी

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मान सिंह नेगी

मान सिँह नेगी, उम्र 52 वर्ष,स्नातक बी ए हिंदी आनर्स, उत्तम नगर नई दिल्ली-110059, उतराखंड का निवासी. दिल्ली मे हीं जन्म, पढ़ाई लिखाई, विवाह हरिद्वार उतराखंड से. लिखने के शोक के कारण डाक्टर मान सिँह नेगी लिखता हू. पत्नी का नाम पुष्पा नेगी दो बच्चे बड़ा बेटा सौरभ नेगी, प्रबंधक छोटे बेटे गौरव नेगी ने बी.काम किया है स्वर्गीय पिताजी नन्दन सिँह माता जी लक्ष्मी देवी

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