Share this book with your friends

Vaitarni / वैतरणी

Author Name: Sanskriti Bhardwaj | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

"वैतरणी" परलोक की नदी है जिसे मरने के बाद प्रत्येक जीवात्मा पार करती है | कई हिन्दू धर्मग्रंथों में इस पवित्र नदी का वर्णन मिलता है | पुराण के अनुसार वैतरणी नदी यम के द्वार के पास स्थित है | लोक और परलोक को जोड़ती यह नदी दिव्यता का प्रतीक मानी गयी है |

 इस किताब को लिखते समय "वैतरणी" नाम का चयन बहुत पहले ही करलिया था | "वैतरणी" नाम सुनते ही एक दिव्य शक्ति का आभास होता है और स्त्रीत्व का बोध भी | "वैतरणी" मेरी पहली कविता संग्रह है जिसमे मैंने अपने हृदय से निकल रही सभी भावों को पाठकों के सामने रखने का एक बहुत ही अनुभवरहित और छोटा प्रयास किया है | कविताओं को दो मुख्य भागों में विभाजित करके "हलाहल" और "आलिंगन" का नाम दिया है| "हलाहल" भाग के प्रत्येक चित्र मैंने स्वयं बनाए है और "आलिंगन" भाग में तस्वीरों के माध्यम से कुछ अत्यंत खूबसूरत पलों को जीवंत करने की कोशिश की |

"हलाहल" नामानुसार ही मेरे भीतर का विष है | समाज और परिस्थितियों पर मेरा कड़वा और पीड़ित सृजन | इस भाग में मैंने मुख्यतः स्त्रीत्व और मनुष्यता पर प्रकाश डाला है | अपनी रूढ़िमुक्त विचारों को शब्दों के माध्यम से "हलाहल" में अंकित किया है | 
दूसरे भाग का नाम "आलिंगन" है | "आलिंगन " बाँहों के घिराव को कहते हैं | इस भाग में मैंने प्रेम पर लिखा है | मेरे अनुसार प्रेम ही ऐसा भाव है जो पूरे ब्रह्माण्ड में सबसे प्रबल है | मैंने अपने जीवन में जिन सभी से प्रेम किया है, उनसब को "आलिंगन" समर्पित है | अच्छे - बुरे दोनों ही वक्त में मुझे सहारा देने वाले प्रत्येक शुभचिंतकों को मेरा आभार |

Read More...
Paperback
Paperback 250

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

संस्कृति भारद्वाज

संस्कृति भरद्वाज अठारह वर्षीय युवा कवयित्री हैं | अपनी कविताओं को "संस्कृति" नाम से लिखती हैं |बिहार राज्य के दरभंगा जिले की निवासी हैं |इन्हें काव्य और लेखन में रुचि बचपन से ही है | कई किताबों में अपनी रचना संकलित हुई | संकलक के तौर पर "Wabi-Sabi" इनकी पहली अन्थोलॉजी रही | "वैतरणी" इनकी काव्य संग्रह है |                
संस्कृति को कला से बेहद लगाव है |  खाली समय में अकसर आप इन्हें तुकबंदियाँ करते या फिर कैनवास पर कलाकारी करते हुए देखिएगा | संस्कृति को क्लासिक उपन्यास पढ़ना पसंद है | वे हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों ही भाषाओं में लिखती हैं |

Read More...

Achievements

+1 more
View All