হিন্দি

मेरी ख्वाहिशों का एक पन्ना
By shubham sahu in Poetry | পড়ার জন্য : 239 | পছন্দ: 1
वो मेरे सामने बैठे है मगर, ऐसा लगता है मेरा ख़्वाब है वो। *** वो मेरे पास में बैठे है मगर, ऐसा लगता है मेरी ख्वाहिश है। ***   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 26,2020 12:10 PM
शिला लेख में तू होगा
By Ambuj kumar Srivastav in Poetry | পড়ার জন্য : 548 | পছন্দ: 1
शिला लेख में ख़ुद  ख़ुद कर  मै नाम तुम्हारा ख़ुद  अपने संग मै रख लूंगा इतिहास अगर मेरा होगा  तो शिला  में तू ह  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 26,2020 10:17 PM
तेरी क्रतिम मुस्कान
By Ambuj kumar Srivastav in Poetry | পড়ার জন্য : 251 | পছন্দ: 1
सारे आंसू मेरे आंखो से  मेरी जान ही करतूतों के सरा ज़हर ज़माने भर का  मेरे ही आंखो से निकला  भीगी है यदि मेरी आंख  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 26,2020 10:33 PM
Ehsan nahi pyar chaiye
By NB in Poetry | পড়ার জন্য : 203 | পছন্দ: 1
Na janeh tanaha kyu hu,  Pyar hi mangha tha,  Na jane tu kab samjegeh  Sirf ekrar hi toh karna tha,  Waqt ke is mod peh bhi ekla hi hu,  Bus tumse waqt hi toh mangha tha  Ehsan karke kya jantana chate ho  Sirf ek bar pyar karke toh dekhana tha ,  Meh tuje kabh  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 27,2020 03:17 PM
अमित सिन्हा
By Amit Sinha in General Literary | পড়ার জন্য : 249 | পছন্দ: 0
मेरा नाम अमित सिन्हा है मैने विवेकानन्द विश्वविद्यालय से  pharmacy किया है ,मै अपने  जिवन मे  प्रेरक कहनी लिखना पसन  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 27,2020 05:43 PM
भाईचारा
By Sofil Dangi in General Literary | পড়ার জন্য : 1,042 | পছন্দ: 3
भाईचारा जेठ के महिने में तपती दुपहरी में गर्मी से ज्यादा माहौल इस बात से गरमाया था कि कल्लू और राधेश्याम की दोस्ती   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 28,2020 07:19 AM
संकल्प
By Mridula Singh in Poetry | পড়ার জন্য : 264 | পছন্দ: 0
संकल्प यह कठोर चट्टानों से टकरा जाए,किन्तु ना कण - कण टूटे।यह मन मंथन की परिणति का उपहार,अमृत समान झर-झर फूटे। यह दिन   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 28,2020 12:20 PM
ये जो तुम सबको अपना कर बैठे हो....
By Anuj Subrat in Poetry | পড়ার জন্য : 317 | পছন্দ: 1
ये  जो  तुम  सबको  अपना  कर  बैठे  हो तुमको  मालूम  नही  तुम  बहुत  बुरा  कर  बैठे  हो इश्क़ को जो  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 28,2020 08:11 PM
अपना कहे जाते है
By Saima Anwer in Poetry | পড়ার জন্য : 1,042 | পছন্দ: 2
हर किसी से कहे भी नहीं जातेजज़्बात वो बिन लिखे रहे भी नहीं जाते सुनता कौन है यहाँ किसी कीमतलब की डोर सेसब बन्धे चले   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 29,2020 04:56 PM
Life
By Sharan in Poetry | পড়ার জন্য : 279 | পছন্দ: 1
Choti si hai zindagi, Jee bhar ke bita lo, Shaunk sabhi palo, Par aadat kisi ki na daalo........   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 30,2020 12:25 AM
Dadagiri
By sunil bishnoi in Crime | পড়ার জন্য : 340 | পছন্দ: 1
अंकिता अपने गरीब पिता की इकलौती संतान थी |उसके पिता पैसे से किसान थे | वो 11वी  क्लास मे पढ़ रही थी  तो उसे मोबाइल की ज  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 31,2020 12:54 PM
दोस्त
By Yachika Prajapati in Poetry | পড়ার জন্য : 229 | পছন্দ: 0
*ए  दोस्त तुम मुझको खो दोगे* एक दिन जब हम जुदा हो जायेगे  न जाने कहाँ खो जायेगे, ढूँढोगे बहुत तुम हम्को पर लौट के हम ना   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Aug 31,2020 07:09 PM
कहानी हर एक घर की part 2
By adarsh pandey in True Story | পড়ার জন্য : 287 | পছন্দ: 1
कहानी हर घर की    कहानी हर घर की part 2 कोई भी संसार में ऐसा व्यक्ति नहीं मिले गा ,जिसे कोई कस्ट ना  हो ,प्र्तेक व्यक्ति क  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Sep 2,2020 10:52 AM
सिसोदिया का सपना
By Rajuram Meghwal in Poetry | পড়ার জন্য : 397 | পছন্দ: 1
मेहमानो की इस खटीया को थोड़ा सजाने तो दो | कुछ अभी तक नही थोड़ा तो बजाने दो | मैं  बजालूँ कितना  भी ढोल लेकिन, कान तक आव  বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Sep 4,2020 01:09 PM
लेखन शिक्षा पर भी
By Rajuram Meghwal in True Story | পড়ার জন্য : 336 | পছন্দ: 0
   वास्तव में हमारे समाज के लिए क्या आवश्यक हैं इस चीज़ पर विचार होना चाहिए  | सभी अपनी अपनी झोली भरने में लगे हुए हैं   বেশি পড়ুন...
প্রকাশিত হয়েছে Sep 4,2020 01:38 PM