बस तू है बसी

By Shivam Luthra in Poetry
| 1 min read | 1,391 വായിക്കുന്നു | ഇഷ്ടപ്പെടുന്നു: 6| Report this story

तूने बस मेरे चेहरे की हंसी देखी है,

उसके पीछे का दर्द नहीं;

तूने बस मेरी अँखो की चमक देखी है,

उसके पीछे का अंधेरा नहीं;

तूने बस मेरी कामायबी देखी है,

उसके पीछे दफन नाकामयाबीया नहीं,

फिर क्यु कभी मेरी खुशी का कारण तू नहीं;

और हर दुःख में बस तू है बसी।

X
Please Wait ...