तूने बस मेरे चेहरे की हंसी देखी है,
उसके पीछे का दर्द नहीं;
तूने बस मेरी अँखो की चमक देखी है,
उसके पीछे का अंधेरा नहीं;
तूने बस मेरी कामायबी देखी है,
उसके पीछे दफन नाकामयाबीया नहीं,
फिर क्यु कभी मेरी खुशी का कारण तू नहीं;
और हर दुःख में बस तू है बसी।
#327
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