Hindi
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 303 | लाइक: 0
in Tumne kaha to tha tum jaarhe ho
Pr kya sach me jaarhe?
Kya humesha ke liy?
Kya phir se kbhi lautoge nahi?
Kya phir mujhe apni kahoge nahi?
Kya teri ek jhalak ke liy meri aankhe tarsegi?
Kya ek mulaqat k liy meri kismat tarpegi?
Kya kbhi apni hatho ki chai banakr mujhe peelaoge nahi?
Kya kbhi sth me आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 13,2020 08:24 PM
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 834 | लाइक: 1
in एक डायरी जो बिन बोले बहुत कुछ बोल जाती है,
बिना आवाज किये ही बहुत कुछ बोल जाती है।
एक डायरी इंसान की एक सच्ची दोस्त हो आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 13,2020 11:55 PM
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 1,044 | लाइक: 0
in खिड़की के उस पार से एक रौशनी नज़र आती है,
शरीर में कैद आत्मा को अपनी ओर बुलाती है।
दिन में सूरज, रात में दीपक की बाती ह� आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 12:48 AM
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 462 | लाइक: 1
in कभी मुश्किल में पड़ जाओ
तो अपना साथ तुम देना,
यहाँ अपनों में, अपने भी
बड़ी मुश्किल से मिलते हैं !
हों कितने भी बुरे ह� आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 02:27 AM
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Travel | वाचलं गेलेलं: 637 | लाइक: 1
in कॉलेज के रास्ते में
रागिनी आज कॉलेज के लिए � आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 06:35 AM
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General Literary | वाचलं गेलेलं: 1,308 | लाइक: 1
in बचपन के दिन भी कितने रंगीन हुआ करते थे , न कोई शोर था , न कोई पराया था। सब अपने थे ओर प्यार भी बेशुमार था। माँ पापा का प्� आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 07:10 AM
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 720 | लाइक: 1
in माना मोहब्बत जरूरी है ,जिन्दगी के लिये ।
चलो तुम मुझे जाने भी दो अभी के लिये ।
क्यूँ क्या हुआ तुम्हारा ओ सब!
बिना आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 07:30 AM
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 415 | लाइक: 0
in
Mujhe 1 akshar se ek silsila likhna hai,
Raftaar dhimi aur kuch faasle pirohna hai,
Baat unn dino ki hai, jab mai cycle chalata tha,
Wahi maila basta, natraj ki pencil, apsara ki notebook, aur kuch marode hue khat,
inn sabka Noor mujhe suhata tha,
Rimjhim barsaat me jab assembly classroom m आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 10:16 AM
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War Story | वाचलं गेलेलं: 1,501 | लाइक: 1
in ये भारत माँ की मिट्टी, अब हमें बुलाती है, बलिदान चाहती है बलिदान चाहती है |
तड़फ -तड़फ कर जब हमारी जान जाती है, रोती ह आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 11:42 AM
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True Story | वाचलं गेलेलं: 2,149 | लाइक: 7
in "आलू ले लो.. प्याज़ ले लो " की आवाज़ इतनी तेज़ बारिश में भी सुनाई दे रही थी..सर्दी का मौसम था. जैसे ही छाता लेकर बाहर आई तो दे� आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 12:30 PM
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War Story | वाचलं गेलेलं: 300 | लाइक: 1
in मै घर से बाहर निकला
तो देखा बाहर सनाटा था
मै फिर थोडा आगे बडा
जहां मै हर रोज जाता था
मैने वंहा भी देखा आज
तो बाजार भ� आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 01:27 PM
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Poetry | वाचलं गेलेलं: 369 | लाइक: 1
in Extrovert banna cool kaha, Introvert toh tum pehle hi they.
Bahar jaane se jaan jaati tumhari, Dosto k sath bhi, thode akele hi they.
Har plan cancel karke, Netflix Prime se WiFi udate they
Responsibility apni dosti ka, apne kandho se aise hi chudate they.
Tumhare liye hi toh Ye CoronaV आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 02:50 PM
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Mystery | वाचलं गेलेलं: 856 | लाइक: 0
in राजेश वर्धा मे रहता था , राजेश की मम्मी रिश्तेदार से मिलने मुंबई गयी थी ,उसको अपनी मम्मी को लेने के लिये मुंबई जान� आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 04:57 PM
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General Literary | वाचलं गेलेलं: 518 | लाइक: 2
in कुछ रिश्तेदार दिल को बार बार दुखाते है |
फिर भी हम दिल को हर बार मनाते है...
&nbs आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 03:40 PM
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War Story | वाचलं गेलेलं: 1,709 | लाइक: 1
in तीलू रौतेली - इतिहास के पन्नों पर विलुप्त वीरांगना
डा. राजेश्वर उनियाल
uniyalsir@gmail.com/09869116784/8369463319
&nbs आणखी वाचा...
प्रकाशनाची तारीख May 14,2020 04:00 PM