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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palपूंजीवाद व्यवस्था में आर्थिक रूप से कमजोर व श्रमिकों का खास खायाल रखा गया था। देश में पूंजीबाद हावी न होने पाये इसके लिए सरकारी व सार्वजनिक उद्यमों तथा भारी कल कारखानों की नीव रखी गई जिसमें करोड़ों लोगों को सरकारी नौकरी व रोज़ी रोटी दी गई।
इस सबसे समाज की आर्थिक दशा में काफी सुधार भी परिलक्षित हुआ। सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम भी काफी लाभ अर्जित कर रहे थे और उन्हें उद्योग रत्न की श्रेणी में रखा गया था।
देश का इतिहास इस बात का गवाह है कि ब्रिटिश पूंजीवादी ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश के तत्कालीन शासकों को बरगलाकर यहाँ व्यापार करने की सहमति लेकर व्यापार शुरू किया था।उसके बाद पूरे व्यापार और पूंजी पर कब्जा कर लिया और धीरे धीरे राज्यों पर कब्जा कर लिया। उसके बाद भारत देश को गुलाम बनाकर देश के शासक बन बैठे, उस गुलामी का दंश हमारे पूर्वजों ने 200 साल तक झेला। क्या हमें इससे सबक नहीं लेना चाहिए?
तो आइये अब हम विस्तार से चर्चा का प्रारम्भ करें जिससे वर्तमान तथा भावी पीड़ी का मार्ग दर्शन हो सके। इस शोध ग्रंथ को मैं संविधान दिवस को समर्पित कर रहा हूँ जिससे संविधान कि मंशा के विपरीत किए जा रहे कार्यों का विरोध किया जा सके।
देवेन्द्र कुमार प्रभाकर
नाम: देवेन्द्र कुमार प्रभाकर
पिता का नाम: स्व॰ बसुदेव सिंह
जन्म तिथि : 7 नवम्बर 1955
जन्म स्थान : जमालपुर माफी, अलीगढ़
शैक्षिक योगिता: डिप्लोमा इन सिविल इंजीनीयरिंग
बैचलर आफ सिविल इंजीनीयरिंग
उच्च शिक्षा संस्थान:अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवेर्सिटी
पत्नी का नाम: श्रीमती पूनम प्रभाकर
प्रोफेशनल कार्य बिवरण:
• एक गरीब मजदूर ( राजगीर) परिवार में जन्म के बाद उच्च शिक्षा लेकर निम्न महत्वपूर्ण कार्य, समाज सेवा व सहित्य सृजन किए
• भारत सरकार के कलकत्ता स्थित प्रथम भूमोगत मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के
• मैदान स्टेशन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका तत्पश्चात दुर्गापुर (प॰ब॰) थर्मल पावर स्टेशन व ललितुर (उ॰प्र॰) बांध परियोजना का निर्माण
• विशाखापटनम स्टील प्लांट निर्माण के बाद
• 1984 से भारतीय अंतरिक्ष विभाग के PSLV प्रोजेक्ट त्रिवेनद्रुम व लखनऊ (उ॰प्र॰) के ईटीवी स्टुडेओ, इस्ट्रेक ग्राउंड स्टेशन तथा रेमोट सेन्सिंग एप्लिकेशन सेंटर का निर्माण
• कटक (उढ़ीसा) स्थित नेताजी सुभास चंद बॉस जन्म स्थान का पुनुरुद्धन व म्यूजियम बनाने का सम्पूर्ण कार्या।
• प्रभाकर उद्योग प्रा॰ लिमि॰के चेयरमेन व प्रबंध निदेशक रहते अनेक निर्माण
• सामाजिक कार्य:- डा॰ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता परिषद में प्रदेश अध्यक्ष का कार्य
• सर्व समाज हितकारी महासभा में सभापति का दायित्व
• अंबेडकर एकेडमी में सभापति का दायित्व
• सिद्धार्थ सहकारी श्रम संविदा समिति अलीगढ़ में सभापति का दायित्व
• सिद्धार्थ सहकारी आवास समिति लखनऊ में सचिव का दायित्व
• उ॰प्र॰ श्रम एवं निर्माण सकरी संघ लखनऊ में निदेशक का दायित्व
साहित्य सृजन:
• "भीम वेदना" हिन्दी साप्ताहिक लखनऊ के प्रधान संपादक १९९५ से २००५ तक
• "सामाजिक न्याय का प्रथम सोपान "आरक्षण" पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781649512796)
• "शोषित के भगवान डा॰ बी॰ आर॰ अंबेडकर" का गद्य/ पद्य पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781649513199)
• "कृष्णअनुषंधान अथवा भगवान से साक्षात्कार" का गद्य/ पद्य पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781649519060)
• "प्रभा प्रभाकर तरुणाई" कविता रूप पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781649832993)
• "बुद्ध शरण की राह में" का गद्य/ पद्य पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781649834188)
• "डा॰ बी॰ आर॰ अंबेडकर और भारत का संविधान" पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781636061610)
• "भारतीय समाज और जातिवाद" पुस्तक के रचनाकार (ISBN no 9781636065595)
• "भय, भूख और भृष्टाचार" पुस्तक के रचनाकार
• "कोरोना वाइरस और भारतीय समाज" पुस्तक के रचनाकार
• "लोकतन्त्र के तानाशाह" पुस्तक के रचनाकार
• "पूंभारतीय किसान और ग्रामीण विकास"
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