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I have come again Papa / पापा लो मैं फिर आ गया I have come again Papa

Author Name: Dr Shikha Kaushik Nutan | Format: Paperback | Genre : Letters & Essays | Other Details

 हिन्दी की कहानी विधा की लोकप्रियता समय काल की सीमाओं को लाँघकर वर्तमान में भी पाठक वर्ग में गहरी पैठ जमाए हुए है। प्रस्तुत कहानी संग्रह में संकलित कहानियों के कथानक भिन्न-भिन्न पृष्ठभूमियों से लिए गए हैं। समाज में व्याप्त अपराध, आधुनिक नारी की छद्म सशक्तता, दलित समाज के प्रति कृतज्ञता, वर्तमान में भर्ती में व्याप्त भ्रष्टाचार का सामान्य युवक समाज के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर कहानियों का ताना बाना बुना गया है। पापा लो मैं फिर आ गया से एक अंश -

.......और मुकेश की आँखों से कोर्ट  का फैसला  सुनते  ही आंसुओं का सैलाब बह निकला .पिछले दो साल से अपने प्रियांशु के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए दोनों ने दिन रात एक कर दिए थे .आज जाकर दिल को ठंडक पहुंची तो आँखों से आंसू बह निकले .मीनाक्षी को धैर्य बंधाते हुए मुकेश बोला -''मैं न कहता था  मीना इस हत्यारे को फांसी की सजा जरूर मिलेगी .............

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डॉ शिखा कौशिक नूतन

 रचनाकार परिचय  -

१-रचनाकार का पूरा नाम - डॉ शिखा कौशिक 'नूतन' (वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर) 

२- माता/पिता का नाम - श्रीमती बीना कौशिक / श्री कौशल प्रसाद

३- वर्तमान/स्थायी पता - डॉ शिखा कौशिक , पुत्री-श्री कौशल प्रसाद [एडवोकेट]  कांधला[शामली] पिन -247775 

४-शिक्षा- एम्. ए. [हिंदी ] UGC/NET-हिंदी  ,पीएच- डी [हिंदी]

५-व्यवसाय- अंशकालिक प्रवक्ता [डी.ए.वी.डिग्री  कॉलेज , बुढ़ाना,मुज़फ्फरनगर ]

६-प्रकाशित रचनाओं की संख्या व् विवरण--एक लघुकथा संग्रह[ क्योंकि औरत कट्टर नहीं होती ] , एक कहानी संग्रह [ सरनेम गाँधी ] ,  काव्य-संग्रह[ ये तो मोहब्बत नहीं, नूतन रामायण ] , काली सोच (लघुकथा संग्रह) कई साझा संग्रह [ खामोश ख़ामोशी और हम , शब्द-संवाद , काव्य सलिला आदि ]


७ -सम्मान  का विवरण  - *उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान,उत्तर प्रदेश  द्वारा लघु कथा संग्रह '' क्योंकि औरत कट्टर नहीं होती '' के लिए ''पंडित बद्री प्रसाद शिन्गलु स्मृति पुरुस्कार''[2015]  से सम्मानित

* सृजन  गाथा डॉट कॉम द्वारा मिस्र में आयोजित ग्यारहवें  अन्तर्राष्ट्रीय हिंदी  सम्मलेन[2016] में सहभागिता व् कविता के लिए प्रमोद वर्मा युवा सम्मान २०१६  , गुरु घासी दास सम्मान से सम्मानित

*14 वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन, राजस्थान (1 अक्तूबर से 12 अक्तूबर 2017) में साहित्यिक योगदान हेतु  डॉ राजेंद्र सोनी स्मृति सम्मान से सम्मानित

* नेपाल-भारत साहित्य रत्न सम्मान (अगस्त 2018)

*गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने वाली पुस्तक 'काव्य सलिला' में योगदानकर्ता 

* विधि परिषद द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय वागीश्वरी सम्मान से सम्मानित (जुलाई 2022)

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