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Itna Bhar Prem (Prernatmak Lekh) / इतना भर प्रेम (प्रेरणात्मक लेख)

Author Name: Anshu Sarda 'anvi' | Format: Paperback | Genre : Educational & Professional | Other Details

कहा जाता है कि निराशा की चोट आशा के स्रोत का पता बताती है और विफल  इच्छाओं की छटपटाहट  यथार्थ से परिचय कराती है। बस आवश्यकता होती है तो सावधानी से सकारात्मक सोच को, सकारात्मक शब्दों को सुनने और चुनने की। ऐसे ही तीन जादुई शब्द हैं, "यह संभव है", जिनके कारण मैं अपने लेखों के संग्रह को एक पुस्तक का आकार दे पाई। "इतना भर प्रेम" मात्र मेरी पुस्तक का नाम नहीं बल्कि यह मेरा प्रेम  अपने लेखन के प्रति,  दूसरों तक  रचनाओं के माध्यम से पहुंचने के  प्रति, समाज के प्रति, समाज के विभिन्न वर्गों के प्रति, सुविधाविहीन, साधनविहीन,  जरूरतमंदों के प्रति,  इस समष्टि में  उपस्थित  प्रकृति, मानव व  अन्य  जीवों के  प्रति  है।

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अंशु सारडा ‘अन्वि’

अंशु सारडा 'अन्वि' पूर्वोत्तर के असम प्रदेश की युवा रचनाकार। मूलतः बरेली, उत्तर प्रदेश से  संबंधित, पूर्वोत्तर के अग्रणी हिंदी समाचार पत्र 'दैनिक पूर्वोदय' में नियमित रूप से स्तंभ लेखन। 

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