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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palअष्टाध्यायी महर्षि पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ है।इसमें आठ अध्याय हैं; प्रत्येक अध्याय में चार पद हैं; प्रत्येक पद में 38 से 220 तक सूत्र हैं। इस प्रकार अष्टाध्यायी में आठ अध्याय, बत्तीस पद और सब मिलाकर लगभग 4000 सूत्र हैं।
लघुसिद्धान्तकौमुदी पाणिनीय अष्टाध्यायी की परम्परागत प्रवेशिका है। लघुकौमुदीमें संक्षेप की दृष्टि से पाणिनीजी के १२७२ सूत्रों पर उदाहरण सहित व्याख्या की गई है।इस पुस्तक में लघुसिद्धान्तकौमुदीके सूत्रोंको अष्टाध्यायी के क्रम में रखा गया है ताकि एक विषय से सम्बन्धित सूत्र एक साथ रहें।
पाणिनी
संस्कृत भाषा को व्याकरण सम्मत रूप देने में पाणिनि का योगदान अतुलनीय माना जाता है। अष्टाध्यायी मात्र व्याकरण ग्रन्थ नहीं है। इसमें प्रकारान्तर से तत्कालीन सनातनी समाज का पूरा चित्र मिलता है।
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