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Saanjhi Saanjh (Vol - 3) / सांझी सांझ (खंड - 3)

Author Name: JV Manisha | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

वक्त के पहिए पर सवार ज़िन्दगी जिन रास्तों से गुज़रती है वह हर पल एक कहानी से जुड़ते चले जाते हैं अनुभवों की किताब में, जिन्हें पलट कर फिर से पढ़ना, सुनाना या जीना हमेशा अच्छा लगता है। आइने में रोज़ देखने के बाद भी अपने चेहरे पर उभरते बदलाव कहां दिखाई पड़ते हैं। ये तो भला हो एलबम में टंकी तस्वीरों का जो चीख-चीख कर बता देतींहैं कि उम्र चहरे पर कितनी नई लकीरें खीच कर चली गई है। बालों में चांदी भर गई है और समय के ताप में तपा कर समझ को कुं दन कर गई है। बचपन में गिरने य

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Paperback 225

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जे वी मनीषा

जे वी मनीषा – लेखिका, निर्देशिका और समाज सेवी, रचनात्मक मीडिया क्षेत्र में पिछले ३३ वर्षों से कार्यरत हैं। जे वी मनीषा भावनात्मक अभिव्यक्ति से लगभग ९ वर्ष की आयु से जुड़ गई थीं, जब उन्होंने अपनी पहली कविता स्कूल के मंच से पढ़ी और उनका सफ़र लाल क़िले के प्रतिष्ठित कवि सम्मेलन तक जा पहुँचा। दूरदर्शन की प्रमुख उद्घोषिकाओं में से एक जे वी मनीषा ने दूरदर्शन के लिए एक ऊँची टी आर पी शो ‘सफ़र ज़

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