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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहरियाणा के गुरुग्राम में रहने वाले ध्रुव छाबड़ा ने अपनी इस किताब में विभिन्न विषयों पर रचित ग़ज़लें तथा शेर प्रस्तुत किए हैं। यह किताब 17 वर्षों में ध्रुव द्वारा रचित सम्पूर्ण काव्य का एक संग्रह है।
अपनों से लेकर सपनों तक, हवाओं से लेकर फिज़ाओं तक, प्यार से लेकर सत्कार तक, ख्वाबों से लेकर सैलाबों तक, जिंदगी की जंगों से लेकर चेहरों के रंगों तक, ध्रुव की कविताएं पाठकों को एक नया दृष्टिकोण देती हैं।
इस संग्रह के माध्यम से, पाठकों को जीवन के अनगिनत रंगों और भावनाओं की गहराई महसूस होगी। ध्रुव की साहित्यिक दक्षता और भावनाओं की संवेदनशीलता को उत्साहपूर्ण पढ़े तथा इस पुस्तक का आनंद उठाएँ।
ध्रुव छाबड़ा
ध्रुव छाबड़ा, एक युवा और प्रतिभाशाली लेखक, जिन्होंने केवल 17 वर्ष की उम्र में हिंदी साहित्य की दुनिया में अपनी अनूठी पहचान बनाई है। ध्रुव ना केवल एक छात्र हैं, बल्कि एक ऐसे कवि भी हैं जिनकी शेरों और गज़लों में गहरी रुचि है। उनका पहला प्रकाशित कार्य 'शायराना लम्हें', एक हिंदी कविता संग्रह, पाठकों को उनकी भावनाओं की गहराई और उनके विचारों की परिपक्वता से परिचित कराता है।
ध्रुव के लेखन की प्रेरणा का स्रोत उनका व्यापक पठन और अध्ययन है। वे अपने काव्य में जीवन, प्रेम, दोस्ती, और सामाजिक विषयों को छूते हैं, जो पाठकों को गहन भावनात्मक यात्रा पर ले जाते हैं। ध्रुव की कविताएँ उनकी संवेदनशीलता और गहरी अंतर्दृष्टि को दर्शाती हैं, जिससे वे अपने पाठकों से तत्काल जुड़ाव स्थापित कर पाते हैं।
इस युवा कवि की पहली पुस्तक 'शायराना लम्हें' उनके लेखन की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पुस्तक में, ध्रुव ने अपने जीवन के अनुभवों और विचारों को कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया है, जो पाठकों को उनके दिल के सबसे गहरे कोनों तक ले जाती हैं।
उनकी यह पुस्तक हिंदी कविता, गज़ल और शेर के प्रेमियों के लिए एक अनमोल खज़ाना है। ध्रुव छाबड़ा का नाम हिंदी साहित्य में एक युवा प्रतिभा के रूप में चमक रहा है, जिनकी गहराई और अभिव्यक्ति की शक्ति पाठकों को बार-बार उनकी रचनाओं की ओर आकर्षित करती है।
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