Share this book with your friends

Yug yug iko vesh / युग युग एको वेश naturalist poetry collection

Author Name: Gurpreet safri | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

युग युग एको वेश मेरी अब तक की चेतंना का इक प्रवाह है जिसमे , मैं महिसूस कर रहां हूं कोइी है जो युगों युगों से मेरी आखों के ठीक सामने वभिन्न प्रकार के रंगो में सजा हूआं वेश धारन किऐ है हूए बदल रहा है , वह इक ऐसा गीत है ,जिसके होठो को शूह रही वीणा पर यह पहाड , बंजर, घनी फिजाए ,परबतों से निकलती तलॅइीया के पानी, बरसों से इक अगंमी मसती में झूम रहे है । यह वह दृ़ष्टांत है जो अक्सर मेरे मन की गहिराइीउ में एक दिव्य अनंद के साज छेड जाता है, जिसे मैं सधारण बोल चाल की भाषा में कहि वी नहीं पाता इसी अनंद को आज मैने अपनी इस पुसतक युग युग एको वेश के राही पेश करने की कोशिश की है।

Read More...
Paperback
Paperback 250

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

गुरप्रीत सफरी

गूरप्रीत सफरी पंजाब प्रांत के दसूहां शहर से सबंध रखते है, जो हिमाचल के उच्चे पहाडों के नीचे एक मैदानी क्षेत्र है, उनके पिता पंजाबी सिख इतिहास के एक पंथक कवी थे जिन्होंने  अपनी कवीता की बदोलत देशो में ही नही बलकि विदेशो में वी नाम कमाया। गुरप्रीत सफरी का रूझान बचपन से ही कविता लिखने की ओर था ओर वह अपने पिता चरण सिंह सफरीं जी के साथ अक्सर धार्मिक मंच पर जाएिया करते  थे ,गुरप्रीत सफरी  अब तक चार पुस्तकें प्रकाशित करवा चुके है यह उनकी पाचवी पुस्तक है जिसका नाम ,युग युग एको वेश,  है ।  गुरप्रीत सफरीं एक असधारण प्रतिभा के मालक है वह अपनी अब तक की कवीता के साथ , एक मेडीकल  कार्य में व्यस्त रहते है, अपनी दिन भर की भाग दोड के बाद वह कुछ समय के लिए साहितक गतीविधीयो में  भाग लेते है ,शिव बटालवी की पुस्तके उन्हें बेहद पसंद है, जब एक पाठक सफरी की रचना का अधियान करता है तब उसें इक रूहानी चेंतना का एहसास होता है, एक ऐसी चेतना जिसके अधीन यह सारा ब्रहमांड परिक्रमां कर रहा है यह रचनाए पढंते समय पाठक अपने आप को प्रकृतिक रस में भीगा महसूस करता है, 
जब हम इनके द्वारा लिखे हूए शब्द पढतें चलें जाते है तब एक प्रकृतिक सौंदर्य आदमीं 
की सधारण चेतनां में दूर तक फैल जाता है। 
मुझे विश्वास है की हम सभी गुरप्रीत सफरीं की इस पुस्तक के दुआरा लाभ प्रापत करेगें।

Read More...

Achievements