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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palस्त्री सशक्तिकरण के लिए निर्णय लेने की शक्ति का अत्यधिक महत्व है। निर्णय लेने की शक्ति विकसित होने से किसी व्यक्ति का भय समाप्त होता है तथा व्यक्ति की निडरता निर्णय लेने की शक्ति को विकसित करता है। कहा जाता है कि जब तक आप डरते रहेंगे, आप के जीवन से संबंधित फैसले दूसरे लोग लेते रहेंगे। यदि कोई स्त्री अपने निर्णय की जिम्मेदारी लेने से बचती है तब वह स्त्री अपने आप स्वयं से झूठ बोलकर अपना आत्मबल कमजोर कर लेती है। यदि कोई स्त्री अपने निर्णय के लिए आगे बढ़ कर जिम्मेदारी लेेती है तब वह अपने आत्मबल को मजबूत करती है। महिला सशक्तिकरण एक मूल्यात्मक अवधारण है। आत्म विश्वास, स्वमान, इच्छाशक्ति, समर्थ संकल्प इत्यादि नारी सशक्तीकरण के लिए महत्वपूर्ण मूल्य हैं। महिलाओं को अपने सशक्तिकरण के लिए अपने जीवन में जीवन मूल्य को स्थापित करना होगा तभी महिलाऐं आन्तरिक रूप से शक्तिशाली होती हैं। नारी को समझना होगा कि बदलाव के सम्बन्ध में निर्णय उनका एकदम साफ और स्पष्ट होना चाहिए, किसी के कहने-सुनने का प्रभाव हमारे निर्णय पर नहीं होना चाहिए, लेकिन हमें अपने निर्णय को लेकर संदेह होता है कि यदि हमारा निर्णय गलत होगा तब क्या होगा? आत्म विश्वास के आधार पर पुरूष भी नारी पर विश्वास करेगा।
मनोज श्रीवास्तव एवं डा. शिप्रा मिश्रा
मनोज कुमार श्रीवास्तव जीवन की पूर्व पुस्तकों में भी सामान्य जीवन का दार्शनिक और आध्यात्मिक विश्लेषण किया गया है। इस विश्लेषण में समस्या को सामने रखकर सरल समाधान प्रस्तुत किया गया है। उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ जनपद के मनोज श्रीवास्तव ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विभिन्न विषयों की पढ़ाई की। उत्तराखण्ड पी0सी0एस0 2002 बैच, प्रशासनिक सेवा में आने के बाद दर्शन के आधारभूत तत्व का व्यवहारिक विश्लेषण प्रारम्भ किया। लेखक की पूर्व प्रकाषित पुस्तक:- 1. मेडिटेशन के नवीन आयाम, प्रभात प्रकाशन दिल्ली, 2016 2. आत्मदीप बनें, प्रभात प्रकाशन दिल्ली, 2017 3. गुस्से का साॅफ्टवेयर और आॅपरेटिंग सिस्टम, प्रभात प्रकाशन दिल्ली, 2019 4. सम्मान:- विक्रमशीला हिन्दी पीठ द्वारा विद्यावाचस्पति(पी0एच0डी0) की मानद उपाधि। सम्प्रति:- मनोज श्रीवास्तव सहायक निदेशक सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, प्रभारी अधिकारी, उत्तराखण्ड विधान सभा मीडिया सेन्टर, उत्तराखण्ड सरकार। नोडल अधिकारी मीडिया, हरिद्वार कुम्भ मेला-2021 डॉ शिप्रा मिश्रा (अंजू) होम्योपैथिक, अपने पति डाॅ0 मनोज मिश्रा के साथ चिकित्सक के रूप में सेवा देती हैं तथा महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली प्रोजेक्ट मुम्बई डिस्ट्रिक्ट एड्स कण्ट्रोल सोसाइटी के अंतर्गत राष्ट्र स्वास्थ्य प्रबोधिनी संस्था में भी मेडिकल सेवायें दे रही हैं। इसके साथ ही मुम्बई में, ज्यूडिशियल अकादमी के अन्तर्गत मेडिकल ऑफिसर के पद पर भी सेवारत हैं।
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