You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palये कवि के मन की कल्पना है कि वो अपने जीवन के शुरूआती दिनों में कुछ बड़ा करना चाहता है,ऐसे सपने सपने देखना चाहता जो औरों से अलग हों वो अपनी मंजिल के बीच आने वाली राहों और हवाओं में विचरता है उसे मंज़िल तक पहुँचने में लगने वाले समय का सब्र नहीं होता वो अपने मन को पतंग करना चाहता है वो चाहता है कि पंक्षी बन हवा में उड़ जाए या कुछ ऐसा को कि पलकें झपकें और वो मंज़िल के क़रीब खड़ा हो
शिवम अन्तापुरिया
कवि शिवम अन्तापुरिया जिनकी रचनाएँ अब तक
देश-विदेश के अखबारों और पत्रिकाओं निरंतर कविताएँ प्रकाशित हुआ करती हैं नवांकुर कवि सम्मान, नई कलम सम्मान, साहित्य अटल सम्मान, साहित्य गौरव सम्मान, साहित्य सारथी सम्मान, साहित्य साधक सम्मान, महाकवि दादा श्री प्रकाश पटेरिया स्मृति चिन्ह से सम्मानित युवा साहित्य संगठन द्वारा भी सम्मानित किए जा चुके हैं। आस्ट्रेलिया, कनाडा से भी सर्टिफ़िकेट साहित्यिक योगदान के लिए दर्ज़नों सर्टिफ़िकेट मिल चुके हैं।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.