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Lafz Tere Mere:Dastan-E-Mohabbat / लफ्ज़ तेरे मेरे:दास्तान-ए-मोहब्बत

Author Name: Nilesh Premyogi | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मोहब्बत में कोई शायर बनता है,तो‌ कोई कुछ, कोई बेवफा,तो कोई कुछ पर हम उनकी मोहब्बत में कुछ ऐसा बन गए कि जो ना कह सके उन्हें लफ़्ज़ों में उन बातों को अपने लिखे हुए रचनाओं से कहते हैं।इस किताब में लिखित रचनाओं से अपनी कहानी और अपनी मोहब्बत का इजहार करते हैं।कि हम सिर्फ उनसे मोहब्बत करते हैं जिनके लिए हम जीते और मरते हैं।हम उनको याद करके प्रेमसाधना करते हैं इसलिए लोग हमें "प्रेमयोगी" कहते हैं।

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निलेश प्रेमयोगी

निलेश प्रेमयोगी एक विद्यार्थी, युवा लेखक और कवि हैं जो हिंदी,अंग्रेजी एवं नेपाली में लिखते हैं।वह भारत के बिहार के एक छोटे से गांव से है लेकिन वहां अच्छी शिक्षा ना होने के कारण वह बचपन से नेपाल में पले-बढ़े हैं इसलिए उन्हें हिंदी में बोलना और लिखना नहीं आता था लेकिन जब वोह 15 साल के थे तब उन्हें हिंदी भाषा से प्रेम हो गया जिसकी वजह से उन्होंने हिंदी में लिखना शुरु किया,हिंदी में लिखने के सफर में उन्हें बहुत कठिनाईयां हुई इसलिए उन्होंने हिंदी शब्दकोश और किताबों कि सहायता से लिखा।आज तक उन्होंने 100 से भी अधिक कविताएं और कुछ लेख लिखा है। और अब वह अपने लेखन को किताबों के रूप में स्वयम़ प्रकाशन सेवाएं से दुनिया के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश में लगे हैं।

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