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Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह पुस्तक आपके बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के विषय में है क्योंकि सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा फिट, तनावमुक्त, और प्रसन्न रहे और अपने जीवन का आनंद ले.
पोषण (खान-पान) सबसे महत्वपूर्ण वजह है जो शरीर के विकास के साथ-साथ हर अंग के कार्यों को भी प्रभावित करता है और इसीलिए यह पुस्तक अधिकतम इसी पर केंद्रित है. हमने यहाँ पोषण के विज्ञान को समझने में सरल और पालन में आसान बनाने का प्रयास किया है. पोषण को प्रभावित करने वाले बहुत से सामाजिक और सांस्कृतिक कारक हैं - कुछ विश्वास हैं और कुछ वर्जनाएँ भी. हमें कम साधनों वाले और कम शिक्षित परिवारों की आर्थिक और पारिवारिक स्थितियों को समझना चाहिए, जिन्हें इस मार्गदर्शन की सबसे अधिक आवश्यकता है. यह पुस्तक हिंदी में इसलिए कि इस जानकारी से शहरी और ग्रामीण, अमीर और गरीब, उच्च शिक्षित और कम शिक्षित-सभी को लाभ होना चाहिए.
परिस्थितियाँ भिन्न हो सकती हैं लेकिन सामान्य जीवन जीने के लिए प्रत्येक बच्चे को खुश और तनावमुक्त रहना आवश्यक है. इस उद्देश्य के लिए माता-पिता को पालन-पोषण की जरूरी बातें पता होनी चाहिए. यह पुस्तक इस पर संक्षेप में प्रकाश डालती है.
भाषा सरल है, कभी-कभी स्थानीय बोली ताकि यह पाठक से जुड़ सके, जो माँ या दादा-दादी या यहाँ तक कि अपनी माँ को पढ़ कर सुनने वाला बच्चा भी हो सकता है. चित्र उन्हें विषय को बेहतर ढंग से समझाते हैं.
लेखिका स्वयं बाल रोग विशेषज्ञ (और दो बच्चों की माँ) हैं और 40 वर्षों से प्रैक्टिस कर रही हैं, आपको अपने विशाल अनुभव के साथ सही वैज्ञानिक खोज पर आधारित बातें बता रहीं हैं. इस लेखन में बहुत सी भ्रामक बातों को दूर करने की कोशिश की गई है, अच्छी आदतों को बढ़ावा दिया गया है और बताया गया कि कैसे अच्छे पोषण के लिए महंगी चीज़ों की ज़रूरत नहीं है.
यह पुस्तक यह बताने का प्रयास है कि सब का जीवन सरल तथा संतुलित हो सकता है; आवश्यकता है तो थोड़ी जानकारी की और थोड़ी सूझ-बूझ की.
इस पुस्तक के दूसरे संस्करण की आवश्यकता इसकी उपयोगिता का प्रमाण है. पहला संस्करण सभी माताओं को पसंद आया है.
डा. उषा बांगा
एम.डी. (पीड़ियाट्रिक्स), डिप्लोमा किशोर चिकित्सा, डायरेक्टर आस्था एवं प्रयास अस्पताल शिशु बाल एवं किशोर रोग विशेषज्ञ
पूर्व अध्यक्ष, भारतीय बाल अकादमी ग्वालियर, 40 वर्षों से बच्चों की चिकित्सा में रत.
4 पुस्तकें व अनेकों कहानियाँ और लेख प्रकाशित, नवभारत समाचार पत्र में ‘डॉक्टर दीदी की चिट्ठी’ कॉलम, विभिन्न वैज्ञानिक पत्रिकाओं का सम्पादन, बच्चों के रक्त में सीसे की नुकसानदायक मात्र पर रिसर्च.
प्रबुद्ध वक्ता, सामाजिक जागृति को प्रयासरत.
ई-मेल: ushabangaedit@gmail.com
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